लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज खोराबार, जनपद गोरखपुर में गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जी0डी0ए0) की 3838 करोड़ रुपये की 172 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं में 3731.32 करोड़ रुपये लागत के 34 कार्यों का शिलान्यास तथा 107.73 करोड़ रुपये लागत की 134 परियोजनाओं का लोकार्पण सम्मिलित है। मुख्यमंत्री जी द्वारा शिलान्यास की गई परियोजनाओं में खोराबार योजना में खोराबार टाउनशिप एवं मेडिसिटी के अर्न्तगत 2435 करोड़ रुपये की लागत से सृजित होने वाले भूखण्डों का शिलान्यास भी शामिल है। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न योजनाओं के स्टॉलों, आवासीय वित्त पोषण की सुविधा देने वाले बैंकों के स्टॉलों का अवलोकन किया। उन्होंने 71 दिव्यांगजन को मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल का वितरण भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज एक साथ हजारों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की शुरुआत हो रही है। यह हमारे सामर्थ्य को प्रदर्शित करता है। साथ ही, रोजगार की सम्भावनाओं को भी आगे बढ़ाता है। मुख्यमंत्री जी ने सभी को बासंतिक नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गोरखपुर एक नए गोरखपुर के रूप में उभर रहा है। यहां एयरपोर्ट का विस्तार हो रहा है। 14 फ्लाइट की संख्या और बढ़ने वाली है। चौड़ी सड़कें, एम्स, खाद कारखाना, 4-लेन, 6-लेन, शहर के चारों तरफ रिंग रोड जैसी परियोजनाएं विकास को और आगे ले जाने में सफलता दिलाएंगी। शहर सुन्दर और आकर्षण का केन्द्र बने, इसके लिए रामगढ़ताल और चिड़ियाघर जैसी कई परियोजनाएं आएंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नए गोरखपुर के लिए अभी और कई कार्यक्रम होंगे। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में भी गोरखपुर के लिए हजारों करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव आए हैं। यहां नए होटल, बड़े अस्पताल, नए उद्योग, नई टाउनशिप आदि परियोजनाएं आ रही हैं। इन सबके साथ जरूरी है कि यहां ऐसे संस्थान भी खुलें, जहां से स्किल डेवलपमेण्ट के कार्यक्रमों से जुड़कर युवाओं को यहीं नौकरी व रोजगार मिल सके। यहां के युवाओं को बाहर नहीं जाना पड़ेगा, यहीं रोजगार मिल जाएगा, तो गोरखपुर का पैसा गोरखपुर में ही इस्तेमाल होगा। उन्होंने कहा कि नए गोरखपुर में रेलवे स्टेशन भी एयरपोर्ट जैसा विकसित होने जा रहा है। रेलवे स्टेशन पर वेटिंग एरिया व कैण्टीन भी एयरपोर्ट जैसे बेहतरीन होंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज गोरखपुर क्षेत्र नौजवानों को आधुनिकतम शिक्षा देने का बड़ा केन्द्र बन चुका है। यहां चार विश्वविद्यालय हैं। आने वाले दिनों में गोरखपुर की सीमा पर, कुशीनगर जिले में कृषि विश्वविद्यालय भी खुल जाएगा। इससे कृषि के क्षेत्र में जीवन संवारने की चाह रखने वाले युवाओं को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि विकास की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाते हुए यह भी जरूरी है कि लोग किसी के बहकावे में न आएं। आवास हेतु जमीन के लिए किसी मीडिएटर की चक्कर में पड़ने की बजाय जी0डी0ए0 से सम्पर्क करें। उन्होंने खोराबार क्षेत्र को जल-जमाव से मुक्त करने की दिशा में तरकुलानी रेगुलेटर के निर्माण का जिक्र करते हुए कहा कि इससे कई गांवों में जल-जमाव की दिक्कत दूर हो गई है। जल्द ही, रामगढ़ताल से तरकुलानी रेगुलेटर तक नाले की ड्रेजिंग भी हो जाएगी। इससे स्थायी समाधान होगा और खोराबार क्षेत्र के एक भी गांव में जल-जमाव नहीं होगा। मुख्यमंत्री जी ने शहर में जलनिकासी की समस्या के समाधान के लिए गोड़धोइया नाला परियोजना का भी उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री जी कहा कि खोराबार टाउनशिप कुल 109.25 एकड़ में विकसित होगी। इसमें विभिन्न श्रेणी के 692 भूखण्ड, बहुमंजिला भवन के लिए ग्रुप हाउसिंग के 07 भूखण्ड, ई0डब्ल्यू0एस0/एल0आई0जी0 के लिए भूखण्ड की व्यवस्था की गई है। बहुमंजिला भवनों में अलग-अलग श्रेणी के कुल 2080 फ्लैट बनाए जाएंगे। टाउनशिप में व्यावसायिक भूखण्ड, दुकानों, विद्यालयों, क्रीड़ास्थलों व पार्कों को भी विकसित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, 74.25 एकड़ में विकसित होने वाली मेडिसिटी में छोटे नर्सिंग होम से लेकर बड़े अस्पताल तक स्थापित होंगे। मंशा यह है कि एक परिधि में मरीजों को हर तरह की चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सके। मेडिसिटी में 08 बड़े भूखण्ड, बड़े अस्पतालों/नर्सिंग होम्स के लिए होंगे। 16 भूखण्ड मध्यम आकार के नर्सिंग होम्स के लिए, 48 भूखण्ड छोटे आकार के नर्सिंग होम्स के लिए आवंटित किए जाएंगे। आयुष चिकित्सा तथा आवासीय क्लीनिक के लिए भी भूखण्ड की व्यवस्था बनाई गई है। मेडिसिटी में होटल, व्यावसायिक, मल्टीलेवल पार्किंग, पुलिस चौकी, फायर स्टेशन हेतु भूखण्ड व पार्क का भी प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने खोराबार टाउनशिप के साथ ही जी0डी0ए0 की राप्ती नगर विस्तार रोहिणी व तारामण्डल की आवासीय योजना की लॉन्चिंग की। इन योजनाओं में कुल बनने वाले 3664 फ्लैट बिना ईंट का प्रयोग किए मिवान तकनीकी से बनाए जाएंगे। इस तकनीकी से फ्लैट की कीमत 25 प्रतिशत तक कम हो जाएगी। मिवान तकनीकी से दीवारों पर प्लास्टर की भी आवश्यकता नहीं होगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए गोरखपुर के सांसद श्री रविकिशन शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री जी की पहल पर मध्यम वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की आवासीय आवश्यकता के अनुरूप खोराबार टाउनशिप के रूप में नया गोरखपुर बना बसाया जा रहा है। यहां शानदार मेडिसिटी भी होगी।
मुख्यमंत्री जी का स्वागत करते हुए जी0डी0ए0 के उपाध्यक्ष श्री महेन्द्र सिंह तंवर ने खोराबार टाउनशिप व मेडिसिटी परियोजना की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परियोजना में नई तकनीकी के साथ महत्वपूर्ण नवाचार भी किए जाएंगे। इस अवसर पर अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।