रुड़की: केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने आईआईटी के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आपका वोट ही आपका भविष्य है। बेहतर भविष्य के लिए आपको पोलिंग बूथ तक जाना होगा और अपने मताधिकार का प्रयोग कर अपनी राय रखनी होगी। यह बात केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आईआईटी के चार दिवसीय युवा महोत्सव थोम्साे-2018 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में आमूल चूल परिवर्तन के लिए विशेषज्ञों की राय के बाद एक डोजियर तैयार किया गया है, जिसे जल्द ही संसद में पेश किया जाएगा। समारोह में देश के विभिन्न संस्थानों से आए चार हजार से अधिक छात्र-छात्राएं हिस्सा ले रहे हैं। उद्घाटन के बाद शुरू हुए सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रम के तहत मशहूर कमेडियन केनी सबस्टियन ने समां बांधा। शुक्रवार को जाने माने संगीतकार अमित त्रिवेदी प्रस्तुति देंगे।
आईआईटी के दीक्षांत सभागार में आयोजित थोम्सो-2018 का केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में ही सभागार में मौजूद छात्रों को वाकपटुता कला से हंसाना और गुदगुदाना शुरू कर दिया। उन्होंने माइक संभालते ही छात्रों से आह्वान किया कि पिछले थोम्सो की तरह इस बार बाउंड्री वॉल मत तोड़ना।
इस पर सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। थोड़े बहुत संबोधन के बाद ही उन्होंने छात्रों से सवाल पूछने के लिए आग्रह किया। इस पर एक छात्र ने उनसे पूछा कि हम जैसे पढ़े लिखे लोग वोट डालने क्यों जाएं, हमारा इससे क्या लाभ होगा। इस पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि वोट के जरिए आपको अपनी राय रखनी होगी। आपका वोट ही आपका भविष्य है, देश के उज्ज्वल भविष्य और देश की दिशा तय करने के लिए आपको पोलिंग बूथ तक जाना होगा और अपने मताधिकार का प्रयोग करना होगा।
एक छात्र ने केंद्रीय मंत्री से पूछा कि केंद्र सरकार ग्रामीणों के लिए बड़े स्तर पर पॉलिसी लागू कर रही है लेकिन उसका पर्याप्त लाभ नहीं मिल पा रहा है, ऐसे में योजनाओं का क्रियान्वयन कैसे होगा। इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि योजनाओं का ग्रामीण स्तर पर असर दिखाई देने लगा है। गांवों को तकनीकी से जोड़ा जा रहा है और लोग आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने युवाओं से जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाने और उन्हें लायक बनाने में मदद करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि इसी से समाज तरक्की कर सकेगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने एमएचआरडी मिनिस्टर रहते हुए 2014 में किए शिक्षा के स्तर में सुधार की कवायद का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत वाणी कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों के लिए निशुल्क ऑनलाइन पाठ्यक्रम उपलब्ध कराया गया। साथ ही सभी क्षेत्रीय भाषाओं में भी पाठ्यक्रम आदि को ऑनलाइन उपलब्ध कराया गया है।
उन्होंने बताया कि शिक्षा में आमूल चूल परिवर्तन के लिए चार साल पहले विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों की मदद से डोजियर तैयार करने का काम शुरू किया गया था। जो अब लगभग तैयार हो चुका है, इसे जल्द ही संसद में पेश किया जाएगा। इस मौके पर संस्थान निदेशक प्रो. एके चतुर्वेदी ने महोत्सव में स्वयं सुरक्षा के प्रति सचेत रहने का आह्वान किया। समारोह में डीन स्टूडेंट प्रो. आनंद जोशी, थोम्सो कन्वीनर सुयश सिंह, डा. जीडी रनसिंह चुंग आदि मौजूद रहे।