नई दिल्ली: महिला और बाल विकास मंत्रालय ने सोशल मीडिया के माध्यम से सामाजिक सुधारों को प्रेरित करने वाली महिलाओं की असाधारण उपब्धियों को मनाने के लिए आयोजित अभियान वेब वंडर वुमेन का अभिनंदन करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया। व्यापक अनुसंधान प्रक्रिया के बाद 30 महिलाओं का चयन किया गया, जिन्हें आज नई दिल्ली में महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने सम्मानित किया।
ट्विटर इंडिया तथा ब्रेकथ्रू इंडिया के सहयोग से आयोजित इस समारोह का उद्देश्य विश्व की उन भारतीय महिला हस्तियों की दृढ़ता और साहस को मान्यता देना है जिन्होंने समाज में परिवर्तन के लिए सार्थक अभियान चलाने में सोशल मीडिया की शक्ति का उपयोग किया है।
श्रीमती मेनका संजय गांधी ने कहा कि वुमेन ऑनलाईन बहुत शक्तिशाली आवाज है। #वेब वंडर वुमेन ऐसी आवाजों को मान्यता देने, सम्मानित करने और प्रोत्साहित करने के लिए है, जिन्होंने अपनी क्षमता में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर सार्थक प्रभाव डाले हैं।
महिला और बाल विकास मंत्री ने 10 निर्णायकों के पैनल के साथ 30 महिलाओं के नामों को अंतिम रूप दिया, जिन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से समाज को प्रभावित किया है। इन महिलाओं का चयन 240 से अधिक नामांकनों से मीडिया, जागरुकता, कानूनी, स्वास्थ्य, सरकारी, खाद्य, पर्यावरण, विकास, व्यवसाय तथा कला श्रेणियों के अंतर्गत प्राप्त किए गए।
मंत्रालय 8 मार्च को उन महिलाओं को ‘नारी शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित करेगा, जिन्होंने समाज के प्रति योगदान दिया है लेकिन गुमनाम रहीं। यह पुरस्कार राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में दिया जाएगा। इन पुरस्कारों के साथ मंत्रालय ने उन महिलाओं को मान्यता देने की नई प्रणाली शुरू की है जिन्होंने सीमा रेखा पार करके असामान्य क्षेत्रों में काम किया है। 2018 में मंत्रालय ने अपनी तरह की पहली पहल ‘फस्ट लेडीज’प्रारंभ किया ताकि उन असाधारण महिलाओं को सम्मानित किया जा सके, जो अपने क्षेत्रों में मील का पत्थर स्थापित करने में प्रथम रही हैं। मंत्रालय ने 2015 में ‘100 महिला अचीवर’ को मान्यता देने के लिए फेसबुक के साथ सहयोग किया था, जिन्होंने विभिन्न सार्वजनिक कार्यों में उत्कृष्टता प्राप्त की। वेब वंडर वुमेन मंत्रालय का महिला अचीवरों का तीसरा अभियान है।
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