नई दिल्ली: स्किल इंडिया मिशन के अंतर्गत वस्त्र क्षेत्र में क्षमता निर्माण योजना- समर्थ के बारे में हितधारकों को योजना और उसके दिशा-निर्देशों से अवगत कराने के लिए आज नई दिल्ली में हितधारकों की एक बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता केन्द्रीय वस्त्र मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने की। नई योजना का विस्तृत उद्देश्य कताई और बुनाई को छोड़कर वस्त्र क्षेत्र की समूची उपयोगिता श्रृंखला को शामिल करते हुए वस्त्र क्षेत्र में युवाओं को लाभकारी और निरंतर रोजगार प्रदान करने के लिए कौशल प्रदान करना है।
वस्त्र राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा और वस्त्र सचिव श्री अनंत कुमार सिंह ने भी हितधारकों को संबोधित किया। बैठक में सम्बद्ध हितधारकों की चिंताओं और पिछली योजना के कार्यान्वयन के दौरान उनके सामने आने वाली चुनौतियों पर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक में सम्बद्ध हितधारकों ने जानकारी दी कि किस प्रकार यह योजना वस्त्र उद्योग के लिए योगदान दे सकती है और उसे लाभ पहुंचा सकती है तथा सम्बद्ध क्षेत्र में कौशल विकास को बढ़ावा दे सकती है।
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने पिछले वर्ष 20 दिसंबर को इस योजना को मंजूरी दी थी। इस योजना का उद्देश्य वस्त्र क्षेत्र में रोजगार सृजन में उद्योग के प्रयासों को प्रोत्साहित करने और उसमें वृद्धि करने के लिए मांग आधारित रोजगारोन्मुख राष्ट्रीय कौशल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) अनुवर्ती कौशल कार्यक्रम प्रदान करना है। इस योजना का लक्ष्य तीन वर्ष की अवधि (2017-20) में 13 सौ करोड़ रुपये के व्यय से 10 लाख लोगों (संगठित क्षेत्र में 9 लाख और परम्परागत क्षेत्र में 1 लाख) को प्रशिक्षण देना है। योजना के दिशा-निर्देश 23 अप्रैल, 2018 को जारी किए गए थे।
बैठक में वस्त्र मंत्रालय, इसके अंतर्गत आने वाले संस्थानों और संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा वस्त्र उद्योग, राज्य सरकारों, प्रशिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल हुए।