नई दिल्लीः हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्र के लिए केंद्र सरकार की योजनाओ पर विस्तृत विचार रखने के लिए नई दिल्ली में 26 अप्रैल,2018 को राज्यो के वस्त्र मंत्रियो की बैठक का आयोजन किया गया। केंद्रीय वस्त्र और सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में केंद्रीय वस्त्र राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा और वस्त्र सचिव श्री अनंत कुमार सिंह भी शामिल हुए।
बैठक की शुरूआत करते हुए केंद्रीय वस्त्र सचिव श्री अनंत कुमार सिंह ने बुनकरो और कारीगरो की पहचान करने और केंद्र सरकार की योजनाओ के क्रियान्वयन में सक्रिय भागीदारी निभाने के क्षेत्र में राज्य सरकारो की अहम भूमिका पर ध्यान दिलाया। बैठक में विकास आयुक्त द्वारा हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र सरकार की योजनाओ पर विस्तृत जानकारी दी गई।
इस अवसर पर अपने संबोधन में केंद्रीय वस्त्र और सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने सहयोगी संघवाद पर विश्वास दोहराते हुए राज्यो के मंत्रियो और उनके प्रतिनिधियो से वस्त्र उद्योग के विकास के लिए निर्णय लेने में प्रभावी भूमिका निभाने का आव्हान किया। बुनकरो और कारीगरो के सर्वागींण विकास की आवश्यकता पर जोर देते हुए श्रीमती ईरानी ने केंद्र और राज्यो के अधिकारियो से केंद्र सरकार की योजनाओ जैसे उज्जवला योजना,स्वच्छता अभियान और वस्त्र मंत्रालय के कार्यक्रमो का लाभ मिलने को सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारंभ किए गए इंडिया हैंडलूम ब्रांड बुनकर,निर्माताओ और उपभोक्ताओ के बीच एक कड़ी है जो बुनकरो के लिए अधिक आय और उपभोक्ताओ के लिए गुणवत्ता पूर्ण उत्पाद सुनिश्चित करती है। उन्होंने बैठक में भाग लेने वाले हर व्यक्ति से भागीदारको को अपने उत्पाद इंडिया हैंडलूम ब्रांड से पंजीकृत करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कहा। उन्होंने राज्यो के मंत्रियो से लक्ष्य निर्धारित करने और हथकरघा और हस्तशिल्प कलस्टर में गतिविधियो की समीक्षा करने का आग्रह किया। श्रीमती ईरानी ने बुनकर और शिल्पकारो को शिक्षित करने की आवश्यता पर जोर देते हुए वस्त्र मंत्रालय के कार्यक्रमो द्वारा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान(एनआईओएस) और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय(इग्नू) में नामांकन की आवश्यकता पर जोर दिया।
बैठक में वस्त्र मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियो और हथकरघा और हस्तशिल्प विकास आयुक्त के साथ अरूणाचल प्रदेश,झारखंड,मध्यप्रदेश,तेलंगाना,उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के वस्त्र मंत्री ने भाग लिया।