देहरादून: मधुमेह से पीडित छात्र अब परीक्षा के दौरान स्नैक्स ब्रेक लें सकेगें। सीबीएसई बोर्ड ने यह कदम उठाकर मधुमेह से पीडित छात्रों को राहत देने की कोशिश की है। इसके लिए छात्र को डायबिटीज से संबंधित सार्टिफिकेट स्कूल में जमा कराना होगा।
बता दें कि प्रदेश में 17 मार्च से 10 अप्रैल तक बोर्ड परीक्षाएं सम्पन्न होनी है। इसी के मद्देनजर बोर्ड की ओर से 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम के दौरान डायबिटिज छात्रों को परीक्षा के बीच में स्नैक्स ब्रेक देने का सर्कुलर जारी किया गया है। एग्जाम के दौरान ऐसे छात्रों का शुगर कंट्रोल रहे इस मकसद से बोर्ड ने यह कमद उठाया है।
इसके तहत ऐसे छात्रों को परीक्षा के बीच में हल्का नाश्ता करने की आजादी होगी। बोर्ड के मुताबिक टाइप 1 डायबिटिज के रोगियों को शुगर कंट्रोल करने के लिए दो चार इंसुलिन हर दिन लेने पर निर्भर रहना पड़ता है। इसके अलावा उन्हें अपने खान पान का भी विशेष ध्यान रखना होता है। ताकि वे इंसुलिन की खुराक ले सकें। इसी को देखते हुए तीन घंटे के बोर्ड एग्जाम के बीच में ऐसे रोगियों के स्वास्थ्य के मद्देनजर स्नैक्स की आजादी देना बेहद जरूरी है। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक ने सर्कुलर में बच्चों को एग्जाम के दौरान किस प्रकार का खाना खाएं इसके लिए आईटम सुनिश्चित किए है।
चिकित्सक का प्रमाणपत्र है जरूरी
सीबीएसई के अधिकारी रणवीर सिंह के मुताबिक छात्रों को रोग से जुड़ी तमाम जानकारी के साथ विशेषज्ञ चिकित्सक से प्रमाण पत्र स्कूल में जमा करना होगा। इसके बाद प्रधानाचार्य की ओर से यह साक्ष्य बोर्ड को भेजे जाएंगे। जिसके बाद छात्र को अनुमति प्रदान कर दी जाएंगी। एग्जाम के दौरान खाद्य सामग्री संबंधित निरीक्षक को देने होंगे। यह खा पाएंगे छात्र शुगर टैब्लेट, केला, सेब, संतरा, स्नैक्स में सैंडविच तथा 500 एमएल की पानी की बोतल ले जा सकते है।
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