लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन स्थित मीडिया सेल में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने राजस्व प्राप्ति की समस्त सम्भावनाओं पर कार्य करने पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 से आर्थिक गतिविधियांे प्रभावित हुई हैं, इसलिए राजस्व वृद्धि के वैकल्पिक स्रोत चिन्हित करने के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने बताया कि प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों के लिए लगभग 20 लाख रोजगार सृजित किये जाने हेतु वृहद कार्ययोजना तैयार किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। महिला स्वयं सहायता समूह के लिए व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाएं। इन समूहों की सदस्यों को रेडिमेड कपड़े तथा स्वेटर आदि तैयार करने के लिए प्रशिक्षित किया जाए। प्रदेश को गारमेन्ट हब के रूप में विकसित किया जाये। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा कामगारों एवं श्रमिकों के हित में श्रम कानून में संशोधन भी प्रस्तावित है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोरोना की केमिस्ट्री को समझते हुए ट्रीटमेंट करने की आवश्यकता है। यह भी महत्वपूर्ण है कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कोरोना से बचा जा सकता है। प्रदेश सरकार द्वारा लाॅन्च किए गए ‘आयुष कवच-कोविड’ एप में जड़ी-बूटियों पर आधारित आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से जुड़ी उपयोगी जानकारियों का समावेश किया गया है, जिन्हें अपनाकर लोग अपनी इम्युनिटी को विकसित कर सकते हैं। इसके दृष्टिगत ‘आयुष कवच-कोविड’ एप का व्यापक प्रचार-प्रसार कर लोगों को इसे डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कोविड-19 के खिलाफ जंग तथा इस महामारी से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सरकारी विभागों, निगमों एवं अन्य संस्थानों के कार्मिकों द्वारा किए जा रहे कार्य पर संतोष व्यक्त करते हुए आगे भी इसी प्रकार प्रतिबद्ध होकर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि 18 करोड़ लोगों को तीन चरणों में खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा चुका है। यह एक बहुत बड़ा कार्य है, क्योंकि 18 करोड़ तो कई देशों की आबादी भी नहीं है।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों के 52,000 बेड के क्षमता विस्तार के लक्ष्य के सापेक्ष 53,459 बेड की व्यवस्था कर ली गई हैं। पूल टेस्टिंग में प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि मेडिकल इंफेक्शन से सुरक्षा के लिए डाॅक्टरों तथा अन्य चिकित्सा कर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम लगातार संचालित किए जाएं। डिग्री व इण्टर काॅलेजों के प्रधानाचार्याें व शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जाए, जिससे यह लोग आमजन को जागरूक कर सकें। समस्त मेडिकल काॅलेजों के प्रधानाचार्यों तथा सभी जनपदों में डिप्टी सी0एम0ओ0 से भी नियमित संवाद किया जाए। सभी जनपदों में पी0पी0ई0 किट तथा एन-95 मास्क की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा है कि निजी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं के संचालन की अनुमति सम्बन्धित जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी की कमेटी प्रदान करेगी। कमेटी यह सुनिश्चित करेगी कि इमरजेंसी सेवा प्रदान करने जा रहे चिकित्सालय में मेडिकल इंफेक्शन से सुरक्षा के सभी उपाय लागू हो गए हैं तथा अस्पताल की मेडिकल टीम को संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में प्रशिक्षित कर दिया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में प्रभावी रणनीति बनाकर उसे लागू किया जाए। डोर स्टेप डिलीवरी तथा सप्लाई चेन को सुदृढ़ रखा जाए। क्वारंटीन सेन्टर तथा आश्रय स्थल में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। क्वारंटीन सेन्टर को जियो टैग करने के कार्य में तेजी लायी जाए। विदेश से आए लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग करते हुए आवश्यकतानुसार उन्हें उपचारित किया जाए। उन्होंने लाॅकडाउन का कड़ाई से पालन कराने तथा वरिष्ठ अधिकारियों को स्वयं माॅनीटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि गर्मी व बरसात के मौसम में संचारी रोगों के प्रसार की सम्भावना रहती है। इसे ध्यान में रखकर संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण आवश्यक है। मलेरिया, डेंगू सहित विभिन्न संचारी रोगों की प्रभावी रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। उन्होंने इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, ग्राम्य विकास, नगर विकास, पंचायती राज, बाल विकास, महिला कल्याण आदि विभाग को एक समन्वित व समग्र कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि निराश्रित गौ-वंश के संरक्षण के लिए संचालित गौ-आश्रय स्थलों को आय से जोड़ते हुए गोबर से कम्पोस्ट बनाकर खेतों में इस खाद का उपयोग किया जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में विभिन्न राज्यों से 97 टेªन प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों को लेकर आ चुकी हैं, 17 टेªन और आ रही है। इस प्रकार आज रात्रि तक कुल 114 ट्रेन के माध्यम से लगभग 1,20,000 से अधिक प्रवासी कामगार एवं श्रमिक प्रदेश में वापस आ जायेगे। उन्होंने बताया कि आगामी दो दिवसों के लिए विभिन्न राज्यों से 98 और टेªन चलाने की अनुमति दे दी गयी है। इस प्रकार प्रदेश में लगभग 40 ट्रेन प्रतिदिन लाये जाने की व्यवस्था कर ली गयी है। आज रात्रि में शारजहां से पहली फ्लाइट लगभग 200 यात्रियों को लेकर लखनऊ आ रही है। उन्होंन बताया कि लाॅकडाउन के तीसरे चरण से पहले तक 1,66,000 से अधिक कामगारों, श्रमिकों एवं विद्यार्थियों को सकुशल उनके जनपद पहुंचाया गया है। लखनऊ, गोरखपुर में 11-11 ट्रेन, प्रयागराज में 08 ट्रेन सहित प्रदेश के 38 स्टेशनों पर विभिन्न प्रदेशों से ट्रेन लायी जा रही है। इसी प्रकार बाराबंकी, आजमगढ़, आगरा, कानपुर, जौनपुर, बरेली, बलिया, वाराणसी, गाजीपुर, प्रतापगढ़, रायबरेली, अमेठी, मऊ, कन्नौज, बांदा, हरदोई, अयोध्या, सोनभद्र, गोण्डा, सीतापुर, उन्नाव, बस्ती, कासगंज, मानिकपुर (चित्रकूट), सुल्तानपुर, लखीमपुर खीरी, बहराइच, अम्बेडकरनगर, फतेहपुर, फर्रूखाबाद, चन्दौली, हमीरपुर, कुशीनगर, एटा एवं जालौन (उरई) आदि जनपदों में भी प्रवासी कामगारों को लेकर ट्रेन पहुंच चुकी है या पहुंच रही हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रदेश में लाॅक डाउन अवधि में पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 40,285 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई। प्रदेश में अब तक 34,27,203 वाहनांे की सघन चेकिंग में 37,568 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 16,44,39,572 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 2,17,386 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 766 लोगों के खिलाफ 601 एफआईआर दर्ज करते हुए 278 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 449 हाॅटस्पाॅट क्षेत्र के 294 थानान्तर्गत 8,34,748 मकान चिन्हित किये गये। इनमें 47,29,094 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में कोरोना पाॅजिटिव पाये गये लोगों की संख्या 1978 है। हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में 23,688 वाहनों का चालान करते हुए 1469 वाहन जब्त किये गये। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार फेक न्यूज पर कड़ाई से नजर रख रही है। फेक न्यूज के तहत अब तक 822 मामलों का संज्ञान में लेते हुए साइबर सेल को सूचित किया गया है। अब तक ट्वीटर के 38, फेसबुक के 37, टिकटाॅक के 47 तथा व्हाटसऐप के 01 एकाउण्ट कुल 123 एकाउण्ट्स को ब्लाॅक किया जा चुका है। अभी तक कुल 31 एफआईआर पंजीकृत करायी गयी हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में स्थापित 5774 क्रय केन्द्र के माध्यम से लगभग 154.13 लाख कुन्तल गेहूँ की खरीद की जा चुकी है। प्रदेश में निःशुल्क खाद्यान्न वितरण के द्वितीय चरण में प्रचलित कुल 3,52,22,073 राशन कार्डो के सापेक्ष मई माह में लगभग 3,12,12,081 कार्डो पर 7,21,158.97 मी0टन खाद्यान्न का निःशुल्क वितरण किया गया है। प्रदेश में 912 सरकारी तथा 868 स्वैच्छिक कम्यूनिटी किचन के माध्यम से 10,18,941 लोगों को फूड पैकेट्स वितरित किये गये हैं। डोर-स्टेप-डिलीवरी व्यवस्था के अन्तर्गत 23,775 किराना स्टोर क्रियाशील हैं, जिनके माध्यम से 51,893 डिलीवरी मैन आवश्यक सामग्री निरंतर पहुंचा रहे हैं। फल एवं सब्जी वितरण व्यवस्था के अन्तर्गत कुल 44,606 वाहनों की व्यवस्था की गयी है। इसी क्रम में कुल 53.55 लाख लीटर दूध उपार्जन के सापेक्ष 35.11 लाख लीटर दूध का वितरण 21,506 डिलीवरी वैन के माध्यम से किया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की श्रमिक भरण-पोषण योजना के तहत निर्माण कार्यों से जुड़े, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के लगभग
31.23 लाख श्रमिकों एवं निराश्रित व्यक्तियों को भी एक-एक हजार रूपए की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की 61,566 औद्योगिक इकाइयों से संपर्क किया गया, जिनमें से 56,696 इकाइयों द्वारा अपने कार्मिकों को रु0 641.89 करोड़ के वेतन का वितरण किया जा चुका है।
श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 62 जनपदों में 1800 मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 1399 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। अब तक प्रदेश के 68 जिलों से 3266 कोरोना पाॅजिटिव के मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना मरीजों की रिकवरी दर लगभग 30 प्रतिशत है, जबकि उत्तर प्रदेश में यह दर लगभग 43 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि कल 334 पूल टेस्ट किये गये, जिनमें 25 पूल पाॅजिटिव पाये गये। 1864 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है तथा 8,722 लोगों को फैसिलिटी क्वारेंटाइन में रखा गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग लैब की संख्या बढ़कर 26 हो गयी है। उन्होंने बताया कि निजी एवं सरकारी लैब में की गई जांचों को मिलाकर प्रदेश में अब तक 1,24,791 कोरोना के टेस्ट किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में एल-1, एल-2 एवं एल-3 अस्पतालों में कुल 53,459 बेड की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गयी है, जिसमें राजकीय, निजी मेडिकल कालेजों में 24,266 बेड तथा सरकारी चिकित्सालयों में 29,193 बेड उपलब्ध है।