नई दिल्ली: ‘21वीं सदी सूचना, संचार और ज्ञान का युग है और इसी के जरिए देश के लोगों को सशक्त किया जा सकता है। नागरिकों को उनके कल्याण के लिए कार्यान्वित की जा रही सरकार की पहलों और योजनाओं के बारे में जागरूक करने की आवश्यकता है। आज राष्ट्र निर्माण और लोगों के कल्याण के लिए सोशल मीडिया सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है।’ यह बात केन्द्रीय रसायन और उर्वरक तथा संसदीय कार्य मंत्री श्री अनंत कुमार ने उनके प्रभार वाले मंत्रालयों की योजनाओं और पहलों के साथ सोशल मीडिया के जरिए लोगों को जोड़ने की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। सड़क परिवहन और राजमार्ग, शिपिंग और रसायन तथा उर्वरक राज्य मंत्री श्री मनसुख एल. मंडाविया बैठक के सह अध्यक्ष थे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के लोगों को उनके कल्याण के मुद्दों पर ‘शिक्षित करना, शामिल करना और उनका स्तर बढ़ाना’ के दृष्टिकोण के अनुरूप श्री अनंत कुमार ने सामाजिक कल्याण के लिए की गई पहलों के बारे में नागरिकों को जागरूक करने के लिए उनके मंत्रालय के सभी विभागों, संगठनों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के सोशल मीडिया प्रभारियों की बैठक में दिशा-निर्देश दिए, ताकि जमीनी स्तर पर इन पहलों का सफल कार्यान्वयन किया जा सके। श्री अनंत कुमार ने कहा कि किसी योजना का जमीनी स्तर पर प्रभाव के बारे में वास्तविक प्रतिक्रिया लेने और उनके कार्यान्वयन में सुधार करने के लिए सोशल मीडिया उचित माध्यम है। इसलिए पूरी दक्षता से इसका उपयोग किया जाना चाहिए।
यूरिया की नीम कोटिंग, कार्डिएक स्टेंट और घुटना प्रत्यारोपण की मूल्य सीमा, प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) जैसी महत्वपूर्ण पहलों पर लोगों में पर्याप्त जागरूकता फैलाने का आग्रह करते हुए श्री अनंत कुमार ने कहा कि सामाजिक कल्याण की कोई भी योजना असल मायने में तभी प्रभावी हो सकती है, जब लाभार्थी उसके बारे में जागरूक हों और सोशल मीडिया के अलावा कोई भी ऐसा माध्यम नहीं है, जो इस कार्य को इससे बेहतर तरीके से कर सके।
बैठक को संबोधित करते हुए श्री मंडाविया ने कहा कि सोशल मीडिया एक दृश्य माध्यम है और जानकारियों की सामग्री तथा प्रारूप के संदर्भ में यह अति जीवंत है। सोशल मीडिया की टीमों को ऐसी दृश्य सामग्री तैयार करने पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए, जो आसानी से आम जन के समझ में आ सके और जिसमें योजना/पहल पर अधिकतम जानकारी हो। मंत्री महोदय ने अधिकारियों से सामाजिक कल्याण योजनाओं से लोगों के लिए लाभकारी सामग्री की पहचान कर उन्हें रचनात्मक तरीके से प्रस्तुत करने को कहा, ताकि लोग उन्हें बेहतर तरीके से समझ सके। उन्होंने कहा कि अगर लक्षित लाभार्थियों को लाभ के बारे में जानकारी नहीं है, तो सरकार द्वारा लागू की जा रही बड़ी योजनाओं का कोई अर्थ नहीं होगा।
श्री अनंत कुमार ने मंत्रालयों/विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को अपनी आधिकारिक वेबासाइट में परिवर्तन लाने और नियमित रूप से उन पर ताजा जानकारी अपलोड कर उन्हें नागरिकों के अनुकूल बनाने का निर्देश भी दिया। मंत्री महोदय ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को जोड़ने के लिए मंत्रालय के सभी प्रतिष्ठानों के कार्य की नियमित समीक्षा करने की भी इच्छा व्यक्त की।