लखनऊ: वरिष्ठ समाजवादी नेता, स्वतंत्रता सग्राम सेनानी, लोहिया के अनुयायी एवं समाजवादी पार्टी के संस्थापक प्रदेश अध्यक्ष रामशरण दास की 88 वीं जयंती के उपलक्ष्य में सपा मुख्यालय-परिसर में आयोजित समृति सभा को सम्बोधित करते हुए समाजवादी नेता व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि रामशरण जी ईमानदारी, सतत संघर्ष एवं समाजवाद की जीवन प्रतिमा थे।
उनके विरासत एवं सृमतियों को संजोए रखने के लिए राजधानी लखनऊ में श्री दास की आदमकद मूर्ति लगेगी। श्री यादव ने रामशरण दास जी के कई संस्मरण सुनाते हुए बतलाया कि हमारी पीढ़ी के समाजवादियों ने दास जी से काफी कुछ सीखा है। रामशरण जी मेरे गुरू थे। नई पीढ़ी के समाजवादियों को उनके जीवन दर्शन से लोकजीवन में सादगी एवं सतत संघर्ष की प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री दास दो बार कैबिनेट मंत्री, योजना आयोग के उपाध्यक्ष, एम0एल0ए0 और एम0एल0सी0 एवं सपा के 16 साल प्रदेश अध्यक्ष रहे लेकिन ईमानदार इतने थे कि अपने गांव का कच्चा मकान भी पक्का नही कर सके। उन्होंने पूरा जीवन समाजवादी आन्दोलन में मजबूत करने में लगा दिया। वे कहा करते थे कि समाजवादियों को पांच साल की ट्रेनिंग के बाद पार्टी का पद और 10 साल के बाद टिकट देना चाहिए। उन्हें सत्ता एवं सुविधाओं का लोभ कभी नहीं रहा। वे कभी भी साधनांे के मोहताज नहीं रहे। उन्होंने नई पीढ़ी के समाजवादियों में पढ़ाई-लिखाई एवं सामाजिक सरोकारों के प्रति कम होती अभिरुचि पर चिंता व्यक्त की। सभी जानते है कि उन्हीं की गवाही पर इंदिरा गांधी जी के विरूद्ध उच्च न्यायालय का फैसला आया और तदुपरान्त आपातकाल थोपा गया। मुकदमें के दौरान रामशरण दास जी पर काफी दबाव पड़ा, उन्हें तमाम तरह के प्रलोभन भी दिये गये लेकिन रामशरण जी सच्चे समाजवादी थे, वे न झुके न बिके। शिवपाल सिंह ने रामशरण दास के बहाने इमरजेंसी के दौरान समाजवादियों के संर्घष को भी याद किया। इस अवसर पर शिवपाल जी ने राम मनोहर लोहिया जी के साथ तीन बार जेल जा चुके व रामशरण जी के साथी 87 वर्षीय बद्री प्रसाद शर्मा को सम्मानित किया।
स्मृति सभा का संचालन समाजवादी चिन्तन सभा के अध्यक्ष दीपक मिश्र ने किया। रामशरण जी की तस्वीर पर सपा प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश उत्तम, राज्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह पटेल, प्रदेश सचिव एस.आर.एस. यादव, विधायक संग्राम यादव, सयुस के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश यादव समेत कई समाजवादियों ने माल्यार्पण व श्रद्धासुमन अर्पित किये।