रविवार को पड़ रहे सूर्यग्रहण के एक दिन पहले शनिवार की रात शयन आरती के बाद मंदिर के पट बंद कर दिए गए, जो अब रविवार को दिन भर बंद रहेंगे। शाम को ग्रहण काल समाप्त होने के बाद संपूर्ण मंदिर परिसर की सफाई की जाएगी। देव प्रतिमाओं का स्नान, अभिषेक, श्रृंगार करके फिर शाम को पट खोले जाएंगे।21 जून को सुबह 10:26 बजे से ग्रहण लगेगा। शनिवार को रात्रि 10:26 बजे से सूतक काल शुरू हो चुका है। यह 21 जून को दोपहर 1:58 बजे समाप्त होगा। ग्रहण का स्पर्श काल 10:26 बजे, मध्य 12:11 बजे और मोक्ष दोपहर 1:58 बजे होगा। शनिवार रात से ही सूतक काल लगने के चलते मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए। राम जन्मभूमि में भी रविवार की सुबह भक्त रामलला के दर्शन नहीं कर सकेंगे।
ग्रहण समाप्त होने के बाद दोपहर तीन बजे से रामलला मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। ऐसे में 21 जून को सूर्यग्रहण के चलते महज तीन घंटे ही रामलला के दर्शन किये जा सकेंगे। ग्रहण के मोक्ष काल के बाद ही मंदिरों के कपाट खुलेंगे। उत्तराखंड में चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री के कपाट सूतक काल में 16 घंटे बंद रहेंगे। रविवार को दो बजे के बाद मंदिरों में साफ-सफाई की जाएगी। इसके बाद ही पूजा शुरू होगी। गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित और गंगोत्री मंदिर समिति सचिव दीपक सेमवाल ने बताया शनिवार की रात साढ़े नौ बजे से लेकर रविवार दोपहर दो बजे तक गंगोत्री धाम के कपाट बंद रहेंगे।
ग्रहण का समय
ग्रहण का प्रारंभ – सुबह 10.33 से
ग्रहण का मध्यकाल – दोपहर 12.11 तक
ग्रहण का मोक्ष – दोपहर 2.04 बजे