लखनऊ: इण्टर स्टेट कनेक्टीविटी के चिन्हित सभी 54 मार्गों का निर्माण नवीन तकनीक से किया जायेगा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि प्रदेश के 19 ज़िलों की सीमाएं विभिन्न राज्यों से लगती है। अतः इन सभी मार्गों का विकसित किया जायेगा ताकि प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने वाला हर व्यक्ति सड़कों के मामलें में प्रदेश को उत्तम प्रदेश की संज्ञा दे।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में पड़ोसी राज्यों को जोड़ने वाले सभी 54 मार्गों की कुल लम्बाई 667 किलोमीटर है इसके निर्माण में लगभग 1333 करोड़ रूपये व्यय होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि इन मार्गों के निर्माण हेतु स्वीकृतियां जारी हो चुकी हैंै। श्री मौर्य ने कहा कि प्रवेश स्थल को सुन्दर बनाने के लिए विभिन्न डिज़ाइन के प्रवेश द्वार बनाये जायेंगे साथ ही प्रवेश द्वार परिसर को हरा-भरा एवं सुन्दर बनाने के लिए हरियाली विकसित की जायेगी। साथ ही सोलर लाइटे भी लगायी जायंेगी। उन्होंने कहा कि ये कार्य सभी उन्नीस ज़िलों जैसे-कुशीनगर, देवरिया, मुरादाबाद, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, रामपुर, आगरा, मथुरा, गाज़ियाबाद, बरेली, सोनभद्र, चन्दौली, झांसी, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट, महोबा, बलरामपुर तथा लखीमपुर खीरी में सम्पन्न कराये जायेगा। श्री मौर्य ने कहा कि प्रदेश सरकार विकास कार्यक्रमों के माध्यमों से आम जन तक विकासपरक कार्यक्रमों को पहुचाँने का कार्य कर रही है।