अगर आपके अंदर लगन हो, खुद पर विश्वास हो और कुछ पाने की तमन्ना हो तो फिर आपके लिए नामुमकिन कुछ भी नहीं. टीम इंडिया का एक क्रिकेटर ऐसा भी है जिसके पिता एक मामूली से किसान थे, जो कब्रिस्तान में गेंदबाजी प्रैक्टिस करता था लेकिन आज उसका नाम दुनिया के सबसे घातक क्रिकेटरों में शूमार होता है. इस खिलाड़ी ने अपने दम पर फर्श से अर्श तक का सफर तय किया. हम बात कर रहे हैं मोहम्मद शमी की, जिनका बचपन बेहद कठिनाइयों में गुजरा है लेकिन कहते हैं ना सोना आग में तपकर ही कुंदन बनता है, कुछ ऐसा ही मोहम्मद शमी के साथ भी हुआ.
मोहम्मद शमी की प्रेरणादायी कहानी
मोहम्मद शमी का जन्म यूपी के अमरोहा में सहसपुर अलीनगर गांव में एक किसान के घर में हुआ था. शमी को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था, खासतौर पर तेज गेंदबाजी करने का. मोहम्मद शमी को जहां मौका मिलता था वो गेंदबाजी करते थे. चाहे वो घर का आंगन हो या फिर छत. मोहम्मद शमी के घर के पीछे एक कब्रिस्तान था, इसी की खाली जमीन पर शमी ने पूरा बचपन बिताया. वो यहीं दिनभर क्रिकेट खेला करते थे. बचपन में टेनिस गेंद से खेलने वाले शमी अपनी रफ्तार और उछाल से बल्लेबाजों के लिए खौफ का दूसरा नाम थे.
मोहम्मद शमी ने जब लेदर बॉल से क्रिकेट खेलना शुरू किया तो उन्हें कोच बदर अहमद का साथ मिला. उन्होंने शमी की गेंदबाजी को निखारा. लेकिन शमी का हथियार था उनकी तेजी. वो 140 किमी. प्रति घंटा से गेंदबाजी करते थे. स्थानीय टूर्नामेंट में तो शमी के सामने कोई टिकता ही नहीं था. गजब की बात देखिए शमी ने यूपी के लिए ट्रायल दिये लेकिन उनका चयन नहीं हुआ. यूपी में मौके कम थे तो कोच बदर ने उन्हें कोलकाता में क्लब क्रिकेट खेलने की सलाह दी. शमी ने कोलकाता में ही प्रैक्टिस शुरू की.
गांगुली ने बदली शमी की किस्मत
मोहम्मद शमी कोलकाता में ट्रेनिंग करने लगे और फिर वो दिन आया जब उनकी किस्मत ही बदल गई. कोलकाता के ईडन गार्डन्स में सौरव गांगुली प्रैक्टिस के लिए आए हुए थे और शमी को उन्हें गेंदबाजी करने का मौका मिला. मोहम्मद शमी ने अपनी कहर बरपाती गेंदबाजी से सौरव गांगुली को काफी परेशान किया. इसके बाद गांगुली ने बंगाल क्रिकेट टीम के मैनेजमेंट को मोहम्मद शमी पर नजर रखने को कहा. बस फिर क्या था मोहम्मद शमी ने बंगाल क्रिकेट टीम में जगह बनाई और उसके बाद 2013 में शमी भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बन गए.
मोहम्मद शमी का करियर
मोहम्मद शमी ने अबतक 49 टेस्ट में भारत का प्रतिनिधित्व किया है जिसमें उन्होंने 180 विकेट अपने नाम किये हैं. वहीं 77 वनडे में उनके नाम 144 विकेट हैं. मोहम्मद शमी इस वक्त भारतीय क्रिकेट टीम ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे घातक गेंदबाज हैं. पुरानी गेंद से विकेट लेने के मामले में शमी का कोई सानी नहीं. हाल ही के दिनों में टीम इंडिया की टेस्ट मैचों में कामयाबी की सबसे बड़ी वजह शमी की गेंदबाजी ही मानी जाती है. News18