भारतीय क्रिकेट इतिहास के सफल कप्तानों में से एक सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अगले अध्यक्ष बन सकते हैं। बीते दिनों बीसीसीआई के नए संविधान को मंजूरी मिलने के बाद अध्यक्ष पद के लिए ‘दादा’ का रास्ता साफ नजर आ रहा है।
दरअसल, बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश ने बीसीसीआई में जमे बैठे सभी दिग्गजों की वापसी के रास्ते बंद कर दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने शरद पवार, एन श्रीनिवासन, अनुराग ठाकुर, अमिताभ चौधरी, राजीव शुक्ला, सीके खन्ना जैसों के लिए बोर्ड के दरवाजे बंद कर दिए हैं।
छह साल के बाद कूलिंग ऑफ पीरियड लेने का फायदा सौरव गांगुली को हुआ है। कोर्ट के आदेश के बाद जस्टिस आरएम लोढ़ा कमेटी की वह सिफारिश लागू हो गई है जिसमें कहा गया है कि बोर्ड अध्यक्ष बनने के लिए दो एजीएम में शामिल होने की बाध्यता नहीं है। इसका मतलब यह हुआ कि कोई भी नया चेहरा बिना किसी अनुभव के बोर्ड अध्यक्ष पद संभाल सकेगा।
इस लिहाज से सौरव गांगुली और रजत शर्मा के बोर्ड अध्यक्ष बनने का भी रास्ता साफ हुआ है। हालांकि इसके लिए दोनों को अपने राज्यों का अध्यक्ष पद त्यागना होगा। वहीं दिग्गजों के पास अपने रिश्तेदारों को बोर्ड में घुसाने का विकल्प जरूर खुला हुआ है।
जिसके बाद से ही बोर्ड नए अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए मौजूदा समय में बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर काम कर रहे सौरव गांगुली के नाम पर चर्चा कर रहा है। बोर्ड को ऐसे व्यक्ति की तलाश है जो ना सिर्फ बोर्ड को अच्छे से संभाल सके बल्कि सुप्रीम कोर्ट की उम्मीदों पर खरा उतरने के अलावा मैनेजमेंट को भी अपने हिसाब से चला सके।
आपको बता दें कि बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के करीबी रहे सौरव गांगुली बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के साथ अपने तीसरे कार्यकाल में काम कर रहे हैं। इसके अलावा गांगुली बीसीसीआई की तकनीकी समिति, क्रिकेट सलाहकार समिति और आईपीएल की गर्वनिंग काउंसिल के साथ भी काम कर चुके हैं। The Siaset Daily