नई दिल्ली: दक्षिण एशिया उप-क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग (एसएएसईसी) कार्यक्रम के छह सदस्य देशों बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका ने इस हफ्ते एसएएसईसी परिचालन योजना (ओपी) 2016-2025 जारी की। एसएएसईसी परिचालन योजना इसके सदस्य देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए इस कार्यक्रम की प्रथम व्यापक दीर्घकालिक योजना है।
वर्ष 2001 में स्थापित एसएएसईसी कार्यक्रम क्षेत्रीय समृद्धि को बढ़ावा देने वाली एक परियोजना आधारित भागीदारी है, जिसे सीमा पार कनेक्टिविटी को बेहतर कर, सदस्य देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देकर और क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग को बढ़ाकर मूर्त रूप दिया जाएगा। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) एसएएसईसी कार्यक्रम का सचिवालय और मुख्य वित्तपोषक (फाइनेंसर) है। अब तक एडीबी ने परिवहन, ऊर्जा, व्यापार को सुविधाजनक बनाने और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में लगभग 7.7 अरब डॉलर मूल्य की 40 एसएएसईसी परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
एसएएसईसी परिचालन योजना से अपेक्षाकृत उच्च स्तर पर क्षेत्रीय सहयोग सुनिश्चित होता है। योजना के तहत अगले दस वर्षों के दौरान न केवल एसएएसईसी के भीतर, बल्कि पूर्वी एवं दक्षिण-पूर्व एशिया के साथ भौतिक सम्पर्कों का और ज्यादा विस्तार किया जाएगा।
एडीबी इंडिया के रेजिडेंट मिशन के कंट्री डायरेक्टर एम. टेरेसा खो और एडीबी के दक्षिण एशिया विभाग के क्षेत्रीय सहयोग एवं परिचालन समन्वय प्रभाग के निदेशक रोनाल्ड अंटोनियो क्यू. ब्यूटिओंग ने आज एसएएसईसी परिचालन योजना की प्रतियां भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के बहुपक्षीय संस्थान प्रभाग के संयुक्त सचिव श्री राज कुमार को सौंपीं।
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