लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है “गंगा गए तो गंगादास, यमुना गए तो यमुनादास“ कुछ ऐसा ही हाल है बसपा अध्यक्ष का।
जबदलित वोट बैंक साधना होता है तो बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के नाम की माला जपने लगती हैं और सत्ता के लालच में सवर्णो के लिए भी घडि़याली आंसू बहानेलगती है। सही बात तो यह है कि बसपा प्रमुख को सत्ता सुख चाहिए ताकि वे लूट की खुली छूट पा सकें। उन्होने बाबा साहेब के आंदोलन को सबसे ज्यादा चोट पहुॅचाईहै। यह सचाई किसी से छुपी नहीं है।
बसपा अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश में भाजपा के सहयोग और समर्थन से सरकार चलाई है और उनके प्रति कृतज्ञता जताने के लिए वे गुजरात के चुनावों में मोदी जीके लिए प्रचार भी कर चुकी है। अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में उन्होने कभी किसी दलित के आंसू नही पोछे और नहीं किसी पीडि़त दलित को अपनी चैखट पर आने दिया।दलित महिलाओं और किशोरियों के साथ उनके कार्यकाल में ही सबसे ज्यादा बलात्कार और हत्याकांड हुए जिनमें बसपा के ही मंत्री और विधायक शामिल रहे। खजानेकी लूट में भी बसपा मंत्री आगे रहे।
बसपा प्रमुख हमेशा समाज को जातियों में बांटकर राजनैतिक लाभ लेने का प्रयास करती रही है। बाबा साहेब अंबेडकर ने दलितों को शिक्षित, संगठित औरसंघर्शशील होने का मंत्र दिया था बसपा अध्यक्ष ने उनको सिर्फ वोट बैंक में तब्दील कर दिया और सत्ता में आकर पार्को, स्मारकों में बाबा साहेब के साथ अपनी प्रतिमाएंलगाने में जनता की गाढ़ी कमाई लुटा दी। दलित की बेटी दौलत की बेटी बनकर अब मंच पर अवतरित होती है। बड़े-बड़े बंगलो में ऐशो आराम के साथ जिन्दगी बितानाही उनका एकमात्र जीवनदर्शन रह गया है। दलित उनकी किसी प्राथमिकता में नहीं रहा है।
समाजवादी पार्टी ने हमेशा दलित समाज को सामाजिक-आर्थिक रूप से सम्पन्न बनाने की कोशिशें की है। श्री मुलायम सिंह यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल मेंही अंबेडकर ग्राम योजना की शुरूआत की और विधान सभा मार्ग का नाम अंबेडकर मार्ग रखा। दलित परिवारों को पेंशन, कन्या विद्याधन, अनुदान आदि की व्यवस्थाकी गई। श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में बनी समाजवादी सरकार ने इस परम्परा को जारी रखते हुए दलितों को सम्मान और सुरक्षा देने के कई कदम उठाए है। उन्हेंअपने पैरो पर खड़े होने की सुविधाएं दी है। समाजवादी पार्टी सभी पिछड़ों, गरीबों और वंचितों को समाज में उचित स्थान दिलाने के लिए संकल्पित है। समाजवादीव्यवस्था सभी के साथ समान व्यवहार और सबको समान सुविधाओं की गारंटी देती है।