देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि रं समाज हमारी हिमालयी संस्कृति का खजाना व प्रहरी है। माणा, नीति, जोहार, व्यास, दारमा क्षेत्र में हमारी सांस्कृतिक धरोहर संरक्षित है। चीड़ौवाली, कण्डाली में रं समाज द्वारा आयोजित आभार कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने रं कल्याण संस्था से सोसायटी मोड़ में संस्कृति संग्रहालय संचालित करन का आग्रह किया। हमारी संस्कृति, वेशभूषा, आभूषण, भाषा, बोली, हस्तशिल्प के संरक्षण के लिए सामुदायिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने संस्था के पदाधिकारियें से इसके लिए एक योजना बनाकर प्रस्तुत करने को कहा। हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहर को आने वाली पीढ़ियो के लिए संजोकर रखना है। मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्य सचिव स्व0 आरएस टोलिया जी का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा कि अपनी जड़ों से किस तरह जुड़ कर रहा जाता है, वह हमें स्व0टोलिया जी से सीखना चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि ‘‘यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे धारचूला क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने व वहां की सेवा करने का मौका मिला। मैं यहां से मिले स्नेह व आत्मीयता को कभी नहीं भूल सकता हूं।’’ दूरवर्ती क्षेत्रों तक बिजली, पेयजल, सड़क पहुंचाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने क्षेत्रवासियों व रं समाज के लोगों से मिले आशीर्वाद व स्नेह के प्रति आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पिथौरागढ़ हवाई पट्टी को प्रारम्भ करने का पूरा प्रयास किया ाज रहा है। मुन्स्यारी के खलियाटॉप में पहली बार माउंटेन बाईकिंग आयेजित की गई। लगभग 80 ट्रेकिंग रूट विकसित किए जा रहे हैं। मंडुए के साथ ही फाफर पर भी बोनस दिया जा रहा है। गंगी में पहली हर्बल नर्सरी स्थापित की गई है। ऐसी ही नर्सरी दूसरे स्थानें पर भी प्रारम्भ करने का प्रयास किया जाएगा।
कार्यक्रम में रं कल्याण संस्था द्वारा मुख्यमंत्री श्री रावत का अभिनंदन किया गया। संस्था के संरक्षक एनएस नपल्च्याल ने कहा कि इन दो वर्षों में धारचूला क्षेत्र का अभूतपूर्व विकास हुआ है। क्षेत्र के दूरदराज इलाकों तक विकास का लाभ पहुंचा है। रं समाज के प्रति भी मुख्यमंत्री जी का विशेष लगाव रहा है। दूरस्थ गांवों तक जाने में आ रही दिक्कतों को देखते हुए रियायती दरों पर हेली सेवा प्रदान की गई। इससे हमें अपने पैतृक गांवों से जुड़े रहने में काफी मदद मिली है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा योजना भवन के सभागार के साथ ही नैनीताल के प्रशासनिक भवन का नाम पूर्व मुख्य सचिव स्व0 आरएस टोलिया जी के नाम पर रख गया है। इससे रं समाज काफी सम्मानित महसूस करता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने बिशन सिंह गर्ब्याल द्वारा संपादित पुस्तक ‘‘पूर्वी शौका क्षेत्र ‘ज्युडग-खू’ के निवासी ‘राडग्’ व पुष्कर सिंह सैलाल द्वारा लिखित पुस्तक ‘‘रं समाज में प्रचलित संस्कार एवं पूजा-पद्धतियों का संकलन’’ का विमोचन किया।