देहरादून: गंगा जमुनी तहजीब को बनाए रखने के लिए हमें साम्प्रदायिक ताकतों से बच कर रहना होगा। अल्पसंख्यक भी हमारे समाज का ही हिस्सा हैं। समाज के एक हिस्से को कमजोर रखकर देश को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है। गुरूवार को नगर निगम में अल्पसंख्य विकास मंच द्वारा आयोजित अकलियत कान्फे्रंस में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सभी को साथ लेकर चलने से ही हमारा देश महाशक्ति बन सकता है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि समाज रेलगाड़ी की भांति होता है। जिस प्रकार रेलगाड़ी के सभी डिब्बे एक समान गति से दौड़ते हैं, उसी प्रकार समाज के सभी वर्गों के विकास की गति भी समान होनी चाहिए। ऐसा विकास बेमानी कहलाएगा जिसमें समाज का कोई वर्ग मुख्यधारा से पीछे छूट जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को जोड़कर चलने में विश्वास करते हैं। इसीलिए जब हमने धार्मिक कार्य कराने वालों के लिए पेंशन की बता की तो उसमें पुरोहितों, मौलवियों सहित सभी धर्मों को शामिल किया। ‘मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ’ योजना मे ंचार धाम के साथ ही नानकमŸाा, हेमकुण्डसाहिब, निजामुद्दीन औलिया की दरगाह भी शामिल की।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने अनेक पेंशन व कल्याणकारी योजनाएं प्रारम्भ कीं जिनका लाभ प्रदेश के सभी धर्मों व वर्गों के लोग उठाएंगे। हिंदी व उर्दू दोनों ही हमारी हिंदुस्तानी जुबानें हैं। ये हमारी गंगा जमुनी तहजीब का प्रतीक हैं। हमने पिछले डेढ़ वर्ष में एमएसडीपी में 58 करोड़ रूपए व्यय किए हैं। 80 मदरसों को मान्यता दी है जबकि नए मदरसों के लिए 5 करोड़ रूपए के कोष की व्यवस्था की गई है। कब्रिस्तानों की चारदीवारी के लिए धन की व्यवस्था की। अल्पसंख्यक विŸा विकास निगम के बजट को बढ़ाया गया है। हुनर योजना के अंतर्गत अल्पसंख्यक समाज के बच्चों को हुनरमंद कर स्वरोजगार की योजना शुरू की है। तीन महिला आईटीआई व महिला डिग्री कालेज शुरू किये गये हैं।