देहरादून: सोमवार को एक स्थानीय होटल में आयोजित ज्योतिष महाकुम्भ कार्यक्रम का मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दीप प्रज्ज्वलित कर
शुभारम्भ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वर्तमान में उत्तराखण्ड में अर्द्धकुम्भ व योग महाकुम्भ का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ज्योतिष महाकुम्भ के रूप में यह एक तीसरा कुम्भ आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने ज्योतिष बेजान दारूवाला को लाईफ टाईम एचीवमंेट अवार्ड से भी सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने बाहर से आये ज्योतिषों का स्वागत किया। साथ ही उन्हें चारधाम यात्रा के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने ज्योतिषों से आग्रह किया कि इस प्रकार का ज्योतिष महाकुम्भ का आयोजन केदारनाथ व बद्रीनाथ में भी आयोजित किया जाए। इस पर ज्योतिषों परमेश जी ने कहा कि केदारनाथ व बद्रीनाथ में ज्योतिष सम्मेलन आयोजित करने के साथ ही छः दिन की कथा भी आयोजित की जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि जिम्मेदारियों का ठीक से निर्वह्न किये जाने तक ही पद का महत्व होता है। हमें जीवन के अंतिम क्षण तक कार्य करने की लालसा को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि ज्योतिष विद्या का अपना महत्व है, प्रत्येक व्यक्ति अपने भविष्य के प्रति जिज्ञासू होता है, परन्तु भविष्य के ज्ञान के साथ ही कर्म भी आवश्यक होता है। महान भारत के निर्माण के लिए बच्चों में बचपन से ही कर्मशीलता व जिज्ञासा का समावेश होना जरूरी है।
मुख्मयंत्री ने कहा कि इस वर्ष देवप्रयाग में एक संस्कृत अकादमी स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसमें फैकल्टी आॅफ ज्योतिष को भी जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।