देहरादून: छोटी-छोटी पहल खुशहाली का रास्ता बनाती हैं। इनसे ही बड़ा बदलाव आता है। इस बदलाव का केंद्र गांवों को बनाना होगा। विधायक निधि से
युवक मंगल दलों व महिला मंगल दलों को 10 लाख रूपये तक के कार्य करवाए जाने की स्वीकृति दी जाएगी। वर्ष 2016-17 में युवा कल्याण विभाग का बजट दोगुना कर दिया जाएगा। सोमवार को युवा कल्याण विभाग के तहत तपोवन, रायपुर में आयोजित राज्य स्तरीय युवा महोत्सव-2016 का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राज्य की सामाजिक व आर्थिकी में बदलाव लाने में युवा पीढ़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने युवा कल्याण विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों में युवा गतिविधियों का वार्षिक केलेण्डर बनाने के निर्देश दिए। विभाग द्वारा युवाओ से संबंधित गतिविधियां केवल रस्म बनकर न रहे। अर्धकुम्भ मेले में पीआरडी कर्मियों का उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है, इस पर विचार किया जाएगा। पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण है। आपदा प्रबंधन में गामीण युवाओं की सहभागिता के लिए एक रोड़मैप तैयार करते हुए ग्रामीण युवाओं की ट्रेनिंग का माॅड्यूल बनाया जाएगा। सेना से रिटायर्ड लोगों के माध्यम से ग्रामीण युवाओं को सेना में भर्ती के लिए प्रशिक्षण दिया जाए। वर्तमान में हर जनपद में 51-51 महिला पीआरडी हैं, अगले वर्ष इस संख्या को प्रति जिला 100 कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वर्ष 2018 के राष्ट्रीय खेलों में ग्रामीण खेलों की बड़ी भूमिका बनेगी। इसी को देखते हुए वर्तमान वर्ष को ग्रामीण खेलों के लिए समर्पित किया गया है। हमें अपने परम्परागत खेलों को भी ग्रामीण खेलों का अंग बनाना होगा। ग्रामीण युवाओं को फिजीकल एक्टीवीटी के लिए प्रोत्साहित करना होगा। विधायक निधि से युवक मंगल दलों व महिला मंगल दलों को 10 लाख रूपये तक के कार्य करवाए जाने की स्वीकृति दी जाएगी। गांव की बंजर भूमि को ये दल लीज पर लेकर उस पर फलदार पेड़ लगाएं। यदि युवक मंगल दल जलाशय निर्माण के लिए प्रस्ताव देते हैं तो इन्हें प्राथमिकता से ये काम सौंपा जाएगा। बदले में वे जलाशय निर्माण के लिए राशि के साथ ही वाटर बोनस भी प्राप्त कर सकते हैं।
युवा कल्याण मंत्री दिनेश धनै ने विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री रावत के नेतृत्व में प्रदेश के पारम्परिक हस्तकला, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा के लिए कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राजेश्वरी सेमवाल की पुस्तक ‘‘पंचायतों में महिलाएं’’ का विमोचन किया और नेशनल अवार्डीज को सम्मानित किया।