लखनऊ: प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास कैबिनेट मंत्री ने आज डालीगंज स्थित पशुपालन निदेशालय का पूर्वान्हन 10:30 बजे औचक निरीक्षण किया। पशुधन मंत्री ने निदेशालय के प्रत्येक कक्ष का निरीक्षण किया और अधिकारियों से प्रभागों के क्रियाकलापों की विस्तृत जानकारी ली। मंत्री जी ने अधिकारियों/कर्मचारियों को समय से कार्यालय उपस्थित होकर निर्धारित अवधि में कार्य पूरा करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही कार्यालयों में साफ-सफाई और अभिलेखों का रख-रखाव ठीक ढंग से सुनिश्चित किये जाने के भी निर्देश दिये। परिसर में हरियाली के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण किये जाने और कार्यालय के कार्यों को कम्प्यूटरीकृत किये जाने की अपेक्षा की।
पशुधन मंत्री ने कहा कि अधिकारियों व कर्मचारियों की फाइल विधिवत और व्यवस्थित रूप से रखी जाये ताकि सेवानिवृत्ति के उपरांत किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को अपने आवश्यक देयको व अभिलेखों को प्राप्त करने में असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि अधिकारी व कर्मचारी अपने कार्यों व दायित्वों का पूरी शुचिता से पालन करे, ताकि शासकीय सेवा के दौरान उनके कार्यों के प्रति किसी भी प्रकार का प्रश्नचिन्ह न उठे। उन्होंने सभी पटल सहायकों से उनके कार्य के बारे में जानकारी ली और कहा कि किसी भी पटल पर कोई भी पत्रावली अनावश्यक रूप से लम्बित नहीं रहनी चाहिए। पत्रावली निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई अधिकारी, कर्मचारी अवकाश पर जाता है तो उसका अंकन उपस्थिति पंजिका पर अनिवार्य रूप से किया जाये। समय की बर्बादी किसी भी कीमत पर नहीं होनी चाहिए।
पशुधन मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मा0 योगी आदित्यनाथ जी के अपेक्षाओं के अनुरूप आगामी 100 दिनों के कार्यक्रमों के लक्ष्यों को धरातल पर उतारने की तेजी से कार्यवाही की जाय। उन्होंने कहा कि पशुधन विभाग का प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। और पशुधन विभाग को कृषकों एवं पशुपालकों के आर्थिक उत्थान के लिए युद्धस्तर पर कार्य करने हैं। मंत्री जी ने आई0जी0आर0सी0 और पशु समस्या, निवारण केन्द्र के कार्यों की भी गहन जानकारी प्राप्त की।
निरीक्षण के दौरान पशुपालन विभाग के निदेशक प्रशासन एवं विकास डा0 इन्द्रमणि ने मंत्री जी को आश्वस्त किया कि उनसे प्राप्त निर्देशों का अक्षरश: पालन किया जायेगा। निरीक्षण के दौरान निदेशक रोग एवं नियंत्रण प्रक्षेत्र डा0 जीवनदत्त, अपर निदेशक डा0 अरविन्द सिंह, एम0के0 भट्ट, वित्त नियंत्रक, डा0 ए0के0 सिंह, डा0 जयकेश पाण्डेय, आ0नि0 डा0 एस0के0 अग्रवाल, अरविन्द वर्मा, यशवीर सिंह, ए0के0 सोलंकी, जे0पी0 वर्मा, वी0के0 सिंह, वेद वृत्त गंगवाक, डा0 नीलम बाला एवं अन्य उपस्थित थे।