लखनऊः उ0प्र0 के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इस वर्ष 1500 किमी0 प्लास्टिक मार्गों का निर्माण हर हाल में किया जाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि वेस्ट प्लास्टिक का बिटुमिन के साथ उपयोग करने में जहां एक ओर सड़कें मजबूत बनेंगी, वहीं उनकी लागत में भी कमी आयेगी, यही नहीं पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन में भी इससे काफी मदद मिलेगी। उन्होने कहा कि वेस्ट प्लास्टिक से दाने बनाने वाली कम्पनियों से वार्ता की जाय तथा उन्हे प्रोत्साहित करते हुये, हर जोन में प्लास्टिक के दाने बनाने की कम्पनियां लगवाने हेतु प्रेरित किया जाय, इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा। श्री मौर्य आज अपने सरकारी आवास 7, कालिदास मार्ग पर आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में लोक निर्माण विभाग व सेतु निगम के कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।
श्री मौर्य ने निर्देश दिये कि हर खण्ड में हर्बल मार्ग व हर्बल वाटिकाएं बनाने के पूरे प्रयास किये जाय तथा हर्बल पौधों को सुरक्षित व संरक्षित करने के लिये कर्मचारियों की जवाबदेही भी तय की जाय। उन्होने कहा कि यह योजना भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति अनुकूल तो होगी ही और हर्बल व औषधीय पौधों से जड़ी-बूटियां भी आसानी से प्राप्त होंगी। उन्होने कहा कि लोक निर्माण विभाग जहां एक ओर पूरे प्रदेश में सड़कों का जाल बिछा रहा है, वहीं सामाजिक सरोकारों से भी जुड़कर लोगों की आकांक्षाओं की पूर्ति करने की ओर अग्रसर है।
श्री केशव प्रसाद मौर्य ने जोर देते हुये कहा कि ग्रामीण मार्गों/सम्पर्क मार्गों के नवनिर्माण व मार्गों के चैड़ीकरण तथा सुदृढ़ीकरण पर विशेष रूप से फोकस किया जाय, राज्य मार्ग/प्रमुख जिला मार्ग/अन्य जिला मार्ग के साथ-साथ ग्रामीण मार्गों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होने कहा कि ग्रामीणों के आवागमन के दृष्टिगत नदी एवं नालों आदि पर पुल/पुलिया बनायी जांय और सर्वे करके यह देखा जाय कि जहां पर पुल/पुलिया जर्जर हैं, उनकी तत्काल मरम्मत की जाय और यदि नया बनाने की आवश्यकता है तो उसे भी तत्काल सभी औपचारिकताएं पूरी कर बनवाया जाय।
श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि डाॅ ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम गौरवपथ, जयहिन्द वीर पथ तथा मेजर ध्यानचंद पथ जैसी अभिनव योजनाओं के तहत बनायी जा रही सड़कों को एक विशेष डिजाइन दी जाय तथा वहां यूनिक पोल व बोर्ड लगाये जायं। उन्होने निर्देश दिये कि इन अभिनव योजनाओं के कार्य अविलम्ब पूरे कराये जायं, इसमें किसी भी तरह की लापरवाही किसी भी दशा में क्षम्य नहीं होगी।
लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम व राजकीय निर्माण निगम के कार्यों में और अधिक गुणवत्ता तथा विशेषज्ञता लाने तथा कार्यों को आकर्षक बनाने व धरातल पर उतारने के लिये सेवानिवृत्त अनुभवी और बहुमुखी प्रतिभा से दक्ष अभियन्ताओं तथा वर्तमान अभियन्ताओं का एक थिंक टैंक बनाया जाय और निर्माण कार्यों में उनसे परामर्श और सुझाव लिये जांय। श्री मौर्य ने निर्देश दिये कि टीमें बनाकर सभी निर्माण कार्यों व निर्माणाधीन परियोजनाओं का औचक निरीक्षण कराया जाय तथा औचक निरीक्षण की रिपोर्ट तत्काल भेजी जाय।
बैठक में प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग श्री नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव लो0नि0वि0 श्री समीर वर्मा, विभागाध्यक्ष लो0नि0वि0, श्री राजपाल सिंह, प्रबन्ध निदेशक सेतु निगम श्री अरविन्द श्रीवास्तव, मुख्य अभियन्ता (मु0-1) श्री अशोक कुमार अग्रवाल, मुख्य अभियन्ता श्री संजय श्रीवास्तव, विशेषकार्याधिकारी श्री प्रदीप कुमार सहित अन्य उच्चाधिकारी मौजूद रहे।