पौड़ी: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विकास भवन सभागार, पौड़ी में जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ जिला योजना, राज्य सेक्टर एवं केन्द्र पोषित योजनाओं के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक ली।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विकास कार्यों में तेजी लाने के साथ ही कार्यों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। निर्धारित समयावधि में कार्य पूर्ण कर लिये जाए। उन्होंने अधिकारियों को आंवटित धनराशि को शीघ्र व्यय करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जनमानस को सरकार द्वारा संचालित विकासपरक योजनाओं की अधिक से अधिक लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों की कार्य प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उद्यान विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने इस वर्ष नवीन कार्यों की जानकारी ली। जिस पर संबंधित अधिकारी द्वारा मनरेगा के तहत 122 हैक्टेअर क्षेत्र में 5-5 हैक्टेअर पर लीची, अनार, आम सहित अन्य फलदार प्लांट लगाने की बता कही। उन्होंने बताया कि कागजी अखरोट की एक हजार पौध तैयार किये गये है। जिस पर मुख्यमंत्री ने और पौध तैयार करने के निर्देश दिये। मत्स्य विभाग की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारी द्वारा बताया गया कि सतपुली में महासीर मछली की प्रजाति विक्रय के लिए तैयार हो गयी हैं। जल निगम की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने सतपुली में दोनों नदियों के संगम पर झील बनाने की बात कही। जिससे क्षेत्र को पर्यटन के लिए विकसित किया जा सकेगा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के तहत गोल्डन कार्ड को तेजी से बनाने के निर्देश दिये। यह सुनिश्चित किया जाये कि कोई भी परिवार इस योजना से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि तहसील एवं ब्लाक मुख्यालय स्तर पर भी गोल्डन कार्ड जारी किये जाएंगें।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी व सीएमओ को शिविर लगाने के भी निर्देश दिये। जनपद में टेलीमेडिसिन को और अधिक बढ़ाने के निर्देश दिये, कहा कि पहली प्राथमिकताएं दूरस्थ क्षेत्रों को दें। पर्यटन विभाग की समीक्षा के दौरान पर्यटन अधिकारी द्वारा बताया गया कि पौड़ी खिर्सू में अब तक 70 हजार पर्यटक पहुंचे हैं। जबकि जनपद में छह लाख पर्यटक आये है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टूरिस्ट, होमस्टे को और बेहतर संचालन हेतु संचालकों निरंतर समन्यव बनाया जाय।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना की भी जानकारी ली। जल संस्थान की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में कुल 558 योजनाओं में से 556 सुचारू हैं। जबकि एक आंशिक व एक योजना बीरोंखाल-जोगीमणी में सड़क निर्माण से बंद पड़ी है। जिला पूर्ति विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने खाद्यान्न, डीबीटी योजना की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता का निरन्तर निरीक्षण किया जाए। उन्होंने स्वच्छता को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। जबकि जिलाधिकारी को पाॅलीथिन प्रतिबंध पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने जनपद के विकास कार्यों का सेक्टर वाइज की प्रगति रिपोर्ट की जानकारी दी।