लखनऊ: विद्युत सम्बन्धी समस्याओं के तत्काल निस्तारण तथा शिड््यूल के अनुरूप अबाध विद्युत उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश के लगभग साढे आठ सौ ब्लाक मुख्यालयों पर स्थापित विद्युत सुविधा केन्द्रों ने कार्य करना प्रारम्भ कर दिया है। इन केन्द्रों पर विद्युत दोषो को पूरा कराने के लिए पर्याप्त सामग्री, गैंग तथा आवश्यक संसाधन की व्यवस्था रहेगी।
यह जानकारी प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं अध्यक्ष पावर कारपोरेशन श्री संजय अग्रवाल एवं प्रबन्ध निदेशक श्री ए0पी0 मिश्रा ने देते हुए प्रदेश के समस्त प्रबन्ध निदेशकों को निर्देशित किया कि इन ब्लाक सेन्टरों के कार्यों की लगातार मानीटरिंग की जाय। ग्रामीण क्षेंत्रों की विद्युत समस्याओं का तत्काल व प्रभावी निराकरण सुनिश्चित किया जाये। इन केन्द्रों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश दिये।
श्री संजय अग्रवाल ने कहा कि इन केन्द्रों के संचालन में किसी भी तरह की लापरवाही की शिकायत पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। प्रबन्ध निदेशक ए0पी0 मिश्रा ने कहा कि गोरखपुर, गोण्डा, उन्नाव, गाजीपुर तथा कुछ अन्य जिलों से उन्हें यह सूचना प्राप्त हुई है कि यहां एक महीनें से भी ज्यादा समय से खराब ट्रांसफार्मर नही बदले गये हैं। यह बहुत गंभीर बात है। ऐसी शिकायतों की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि कम से कम समय में ट्रांसफार्मर बदलना सुनिश्चित किया जाय।
श्री ए0पी0 मिश्रा ने बताया कि उपभोक्ताओं की समस्याओं के शीघ्र निस्तारण हेतु प्रत्येक ब्लाक मुख्यालय पर स्थित 33/11 केवी सबस्टेशन पर एक विद्युत सुविधा केन्द्र की स्थापना की गई है जहां विभिन्न सामग्री जो दिन-प्रतिदिन में काम आती है, का संग्रहण रखा जाय। उस सुविधा केन्द्र पर ट्रेक्टर ट्राली की भी व्यवस्था है और वहां 1$3 का एक अतिरिक्त गैंग है जो विद्युत दोष की शिकायत प्राप्त होते ही उस पर त्वरित कार्यवाही कर उसी दिन उस दोष को दूर कर दे। इस विद्युत सुविधा केन्द्र पर शिकायत दर्ज करने की व्यवस्था होगी जिस पर उपभोक्ता स्वयं आकर अथवा मोबाइल नम्बर से अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए उसे टोकन नम्बर मिल जायेगा और उसी ट्रेकिंग सुविधा केन्द्र से लेकर कारपोरेशन स्तर तक किये जाने की व्यवस्था रहेगी।
ग्रामीण विद्युतीकरण, 33/11 के0वी0 सबस्टेशनों का निर्माण, केबिल को भूमिगत करने के कार्यों के सम्बन्ध में अध्यक्ष श्री अग्रवाल ने अक्टूबर तक निर्धारित लक्ष्यों को पूर्ण कर आगे के लक्ष्य को निर्धारित करने के निर्देश दिये।