नई दिल्ली: मैदानी स्तर पर फुटबॉल को विकसित करने और लोकप्रिय बनाने के प्रयासों के लिए युवा मामले एवं खेल मंत्रालय ने ‘विकास के लिए खेल’ के तहत सुब्रतो मुखर्जी स्पोर्ट्स एजुकेशन सोसायटी को ‘राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार’ प्रदान किया है। सुब्रतो मुखर्जी स्पोर्ट्स एजुकेशन सोसायटी प्रतिष्ठित सुब्रतो कप फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन करता है और पिछले छह दशकों के दौरान उसने देश में फुटबॉल के विकास के लिए अभूतपूर्व योगदान किया है।
युवा मामले एवं खेल मंत्रालय ने 23 अगस्त को राजीव गांधी खेल रत्न, द्रोणाचार्य पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार और अन्य पुरस्कारों के साथ सुब्रतो मुखर्जी स्पोर्ट्स एजुकेशन सोसायटी को ‘विकास के लिए खेल’ प्रदान करने की घोषणा की थी।
1960 में अपनी स्थापना के समय से ही सुब्रतो कप फुटबॉल टूर्नामेंट लगातार देश के हर बच्चे को फुटबॉल खेलने के लिए प्रोत्साहित करता रहा है। इस टूर्नामेंट का नाम भारतीय वायुसेना के पहले वायुसेना प्रमुख स्वर्गीय एयरमार्शल सुब्रतो मुखर्जी के नाम पर रखा गया है। सुब्रतो कप का आयोजन भारतीय वायुसेना करती है, जिसमें हर साल 35 हजार भारतीय और विदेशी स्कूली बच्चों की टीमें इस सबसे बड़े टूर्नामेंट में भाग लेती हैं। यह टूर्नामेंट भारत में फुटबॉल को लोकप्रिय बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण काम कर रहा है। इसमें भाग लेने वाले खिलाड़ी आगे चलकर फुटबॉल की प्रतियोगिताओं में देश का नाम रौशन कर रहे हैं।
सुब्रतो मुखर्जी स्पोर्ट्स एजुकेशन सोसायटी के उपाध्यक्ष और वायु सेना प्रशासन प्रमुख एयरमार्शल एम.के. मलिक एवीएसएम वीएसएम ने सुब्रतो मुखर्जी स्पोर्ट्स एजुकेशन सोसायटी की तरफ से आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त किया।