पौड़ी/देहरादून: पौड़ी के संदेश पूरे उत्तराखण्ड में जाते है, अब यहां से उच्च दक्ष शिक्षा का अभियान चलना चाहिए, यह बात सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जिले में आयोजित शरदोत्सव के उद्घाटन के मौके में जनता को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने जिले में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करते हुए बुधवार को बस स्टाॅप पौड़ी में विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों के छात्रों की परेड सलामी लेते हुए कार्यक्रमों की शुरूआत की। इस अवसर पर विद्यालय एवं विभागों द्वारा झांकियाॅ भी प्रस्तुत की गयी, जिसमें स्कूली बच्चों ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, नशा मुक्ति, कलाम के जीवन वृतान्त पर नाटक के माध्यम से प्रस्तुति दी जबकि विभागों द्वारा अपनी योजनाओं को जीवंत झांकी के रूप में दिखाया। इसके बाद मुख्यमंत्री श्री रावत उक्त स्थल से रामलीला मैदान तक जनता के साथ सम्पर्क करते हुए पैदल पहुॅचकर शरदोत्सव का उद्घाटन करने पहुंचे तथा झंडारोहण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने ल्वाली झील बनाने की स्वीकृति, तिमली रिंगरोड़ निर्माण की स्वीकृति, बिलखेत में एक ट्यूबल लगाये जाने की स्वीकृति, शरदोत्सव मेले के लिये पूर्व में प्रदान की गई धनराशि को दोगुना करने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने स्लाउटर हाउस के निर्माण के लिये 50 लाख रूपये देने की स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने प्राचीन विद्यालय मैसमोर इण्टर कालेज को 2 लाख रूपये अनुदान के रुप में देने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने विधायक द्वारा प्रस्तुत मांग पत्र के बिन्दुओं को घोषणा में शामिल करने की बात कही।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पूरे देश में शिक्षा पर खर्च करने वाले राज्यों में उत्तराखण्ड पहला राज्य है। यहां एक दर्जन सरकारी एंव गैर सरकारी विश्वविद्यालय है जबकि 100 डिग्री काॅलेज खोले गये है, आठ सरकारी इन्जीनियरिंग कालेज, आठ नर्सिंग कालेज और 2018-19 तक आठ मेडिकल काॅलेज हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 58 लाख की आबादी पर एक पाॅलिटेक्निक व 3 लाख की आबादी पर एक आईटीआई कालेज है, जबकि हमारे प्रदेश में ढ़ाई लाख की आबादी पर एक पाॅलिटेक्निक कालेज तथा बारह हजार पर एक आईटीआई कालेज खोले गये है। इन सबके बावजूद भी शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है तथा हमारे राज्य के बच्चे उच्च शिक्षा का अपेक्षित लाभ नही ले पा रहें है। उन्होंने कहा कि पौड़ी पूर्व से ही शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहा है, जिसका संदेश पूरे उत्तराखण्ड में फैला है। यहां से अब उच्च दक्ष शिक्षा के अभियान का संदेश पूरे राज्य में जाना चाहिये, वहीं उन्होंने जनता को अपने बच्चों के प्रति शिक्षा के क्षेत्र में विशेष रूचि लेने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि सूबे में प्रत्येक विद्यालय में शिक्षकों की कमी को दूर किया गया है। उन्होंने नगरपालिका परिषद पौड़ी से कहा कि ऐसे कदम उठायें जिससे पालिका की आर्थिक स्थिति में सुधार आए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पारंपरिक कृषि को बढ़ावा देने से पलायन को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि मंडुआ, झंकोरा, चैलाई आदि स्थानीय उत्पादों को बढ़ाने से जहां एक ओर लोगों की आर्थिकी मजबूत होगी वहीं राज्य भी तरक्की करेगा। उन्होंने कास्तकारों से कहा कि स्थानीय उत्पादों का अधिक से अधिक उत्पादन करें और इसे खरीदने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है साथ ही उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादों को देश ही नहीं बल्कि विदेशों में उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद लोगों को पेंशन योजना से जोड़ा गया है जबकि यह देश का पहला प्रदेश है जो लोगों को पेसे के आधार पर भी पेंशन उपलब्ध करायी जा रही है। जिसमें वृद्वावस्था, किसान, विधवा, विकलांग, बौना, परितक्यता, लोक कलाकार, जागरी आदि शामिल हैं।