लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपने सरकारी आवास पर आहूत पशुपालन विभाग के अधिकारियों की बैठक में कहा कि राज्य सरकार गोवंश की सुरक्षा, संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को निराश्रित गोवंश की समुचित देखभाल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा पशुआंे के लिए चलायी जा रही योजनाओं के प्रति पशुपालकों को जागरूक किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने पशुपालन अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रत्येक अधिकारी अपने जनपद में गो-आश्रय स्थल का निरीक्षण करें व इसकी रिपोर्ट शासन को भेजें। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग के अधिकारी गो-आश्रय स्थल में पशुओं की संख्या, उनके भरण-पोषण की व्यवस्था, जियो टैगिंग आदि का सत्यापन दीपावली से पूर्व कर लें। इसकी रिपोर्ट शासन द्वारा नियुक्त जिले के नोडल अधिकारी को दी जाए। नोडल अधिकारी सत्यापन की रिपोर्ट मुख्य सचिव के माध्यम से मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध करायें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पशुपालकों व किसानों को बायोफ्यूल के विषय में जागरूक किया जाये। बायोफ्यूल से किसानों की आय को दो गुना करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि दूध की गुणवत्ता को बढ़ाना आज की प्रमुख आवश्यकता है, जिससे हमारे मिल्क प्रोडक्ट अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हो सकें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्लास्टिक से होने वाली समस्याएं समय के साथ और गम्भीर होती जा रही हैं। प्लास्टिक पशुओं की मौत का कारण बन रहा है। इसलिए सिंगल यूज प्लास्टिक को पूर्णतया प्रतिबन्धित कर दिया गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पशुपालकों को पशुओं के टीकाकरण के लाभ के विषय में जानकारी दी जाये, जिससे गोवंश आदि की सुरक्षा हो सके।