लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने देश के प्रथम राष्ट्रपति डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद जी की आज जयन्ती के अवसर पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि संविधान सभा के अध्यक्ष होने के नाते उन्होंने संविधान में पीड़ित, वंचितों और असहायों को न्याय दिलाने हेतु ऐसे कानूनों का प्राविधान किया, जो सभी के लिए मार्गदर्शक ही नहीं बल्कि उपयोगी और सहायक भी है। डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद जी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
कृषि मंत्री आज विधान सभा स्थित एपीसी सभागार में कृषि विभाग की समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद जी की जयन्ती को कृषि शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाय। उन्होंने कृषि विश्वविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों में किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाओं के बारे में गोष्ठियां एवं चर्चा तथा अन्य माध्यमों से जागरूक करने का भी निर्देश दिया। श्री शाही ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि जिन जनपदों में अधिकारियों/कर्मचारियों के पद रिक्त हैं, उनको तत्काल भरा जाय। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता से हल किया जाए। किसानों के कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जाय ताकि किसानों को इसका लाभ अधिक से अधिक मिल सके।
कृषि मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कटिबद्ध है। कृषि विभाग से सम्बंधित योजनाओं के बारे में नियमित समीक्षा करें ताकि किसानों की कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की बाधा न आने पाये। उन्होंने कहा किसानों की खुशहाली से ही देश का विकास सम्भव है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के लिए कार्य कर रही है। इस दिशा में उ0प्र0 की बड़ी भूमिका होगी, इसलिए विभागीय अधिकारी कृषि विभाग द्वारा किसानों की आय बढ़ाने के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं को पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से लागू करें।
अपर मुख्य सचिव डाॅ0 देवेश चतुर्वेदी ने मा0 मंत्री जी को कृषि विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने मंत्री जी को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।