लखनऊ: उत्तर प्रदेश के व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री श्री चेतन चैहान ने कहा कि उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा पिछले एक साल में 02 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। श्री चैहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस वर्ष प्रशिक्षण की रणनीति में बदलाव करते हुए अधिक से अधिक स्थानीय स्तर पर ही रोजगार दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक जनपद एक उत्पाद योजनान्तर्गत प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी है। श्री चैहान ने कहा कि इसके साथ ही मुख्यमंत्री समग्र ग्राम विकास योजना के अन्तर्गत चयनित समस्त ग्रामों को इस वर्ष संतृप्त किया जायेगा।
श्री चैहान आज विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर जुपिटर आॅडिटोरियम, इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान, विभूति खण्ड गोमती नगर, लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रदेश सरकार उद्योगों को बढ़ावा दे रही है। नये उद्यमियों द्वारा लगातार प्रदेश में निवेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज के समय में सबको नौकरी देना सम्भव नही है इसलिए स्किल्ड होना आवश्यक है। प्रदेश सरकार द्वारा तहसील स्तर पर प्रशिक्षण केन्द्र खोला जा रहा है। श्री चैहान ने कहा कि हमारा लक्ष्य प्रत्येक वर्ष 02 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार देने का है इसलिए नये-नये ट्रेनिंग पार्टनर तथा नये-नये ट्रेड जोड़े जा रहे है।
कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों की रणनीति में किये गये परिवर्तनों पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इस बार विशेष ध्यान प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार दिलाने पर दिया जायेगा जिसके लिए सभी मण्डलों में वृहद रोजगार मेले आयोजित किये जायेंगे। इस वर्ष फैजाबाद, गोरखपुर व आगरा मण्डल में आयोजित किये गये रोजगार मेलों का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि जुलाई माह में आगरा मण्डल में आयोजित किये गये रोजगार मेले में एक दिन में 8000 से अधिक युवाओं को रोजगार दिलाया गया।
राज्यमंत्री व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास श्री सुरेश पासी ने कहा कि प्रशिक्षण एवं कौशल विकास के द्वारा युवाओं को अधिक से अधिक प्रेरित एवं उत्साहित करें। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक युवा हमारे देश में है। यहां पर रोजगार की अपार सम्भावनाएं है। अर्थव्यवस्था में परिवर्तन लाकर एवं उद्योगों को बढ़ावा देकर ही अधिक से अधिक युवाओं को नये-नये क्षेत्रों में रोजगार दिया जा सकता है। श्री पासी ने कहा कि हमारे देश की अर्थव्यवस्था विश्व की 6वी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था तथा देश की जी0डी0पी0 चीन से एक प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि युवाओं की आवश्यकताओं पर खरा उतरने एवं उनकी अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग लगातार प्रयासरत है तथा उद्योगों की मांग के अनुरूप अधिक से अधिक युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
श्री भुवनेश कुमार, सचिव व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास ने मुख्य अतिथि/ अध्यक्ष व अन्य उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज के दिन की अन्तर्राष्ट्रीय महत्ता है। यूनेस्कों की पहल पर आयोजित होने वाले विश्व युवा कौशल दिवस के माध्यम से युवाओं में यह जागरूकता उत्पन्न की जानी आवश्यक है कि भविष्य में रोजगार के अवसर हुनरमंद युवाओं को ही मिल सकेंगें। इसी बिन्दु को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा स्टेट अप्रेन्टिसशिप काउन्सिल का गठन किया गया है। यह काउन्सिल प्रशिक्षणार्थियों को उद्योगों के वर्किंग कल्चर में ढलने के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराने के लिए उद्योगों से सम्पर्क व समन्वय करेगी।
श्री प्रांजल यादव, निदेश, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन एवं मिशन निदेशक, उ0प्र0 कौशल विकास मिशन ने कहा कि विभाग की प्राथमिकता लक्ष्यों को पूर्ण करने के साथ-साथ गुणवत्ता सुधार की भी है जिसके लिए ब्रंाण्डिग गाइडलाइन्स जारी कर दी गयी है तथा कोर स्किल्स के साथ-साथ साॅफ्ट स्किल्स जैसे अंग्रेजी भाषा का ज्ञान, साक्षात्कार में भाग लेना तथा व्यक्तित्व विकास जैसे पहलुओं पर भी मूल पाठ्यक्रम के साथ-साथ प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी है ताकि प्रशिक्षित युवा व्यवहारिक जीवन में ज्यादा सफल हो सके।
इस अवसर पर इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में व्यावसायिक शिक्षा विभाग तथा कौशल विकास मिशन द्वारा कौशल विकास प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रशिक्षित किये गये युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरण तथा मेधावी छात्र प्रतिभा सम्मान दिया गया। कार्यक्रम में इलेक्ट्रानिक कारपोरेशन आॅफ इण्डिया लिमिटेड, वी0एल0सी0सी0 हेल्थ केयर, सुपरटेक प्राइवेट लिमिटेड व लेमन इलेक्ट्रानिक्स, जैसे औद्योगिक प्रतिष्ठानों के साथ कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सहभागिता हेतु एम0ओ0यू0 भी हस्ताक्षरित किये गये। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री चेतन चैहान ने द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया।