लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के निकट भविष्य में आने की सम्भावना है। अतः इसके दृष्टिगत इसकी सुरक्षित स्टोरेज तथा कोल्ड चेन की स्थापना के सम्बन्ध में एक फूलप्रूफ कार्य योजना तैयार की जाए। यह कार्य योजना स्वास्थ्य एवं गृह विभाग संयुक्त रूप से तैयार करें। यह सुनिश्चित किया जाए कि वैक्सीन का दुरूपयोग किसी भी हाल में न होने पाए। उन्होंने कहा कि पूर्व में रूबेला तथा खसरे की रोकथाम के लिये चलाए गये वैक्सीनेशन अभियानों के अनुभवों के आधार पर कोरोना वैक्सीनेशन अभियान प्रदेश में प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।
मुख्यमंत्री ने ये निर्देश आज अपने आवास पर आयोजित बैठक के दौरान दिये। उन्होंने वैक्सीन की सुरक्षित स्टोरेज के लिए सभी आवश्यक अवस्थापना सुविधाएं आगामी 15 दिसम्बर, 2020 तक तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने वैक्सीन स्टोरेज सेन्टर्स में सी0सी0टी0वी0 लगाने के निर्देश देते हुए कहा कि वैक्सीन कैरियर वाहनों में जी0पी0एस0 लगाया जाए, जिससे इसकी सुरक्षित सप्लाई सुनिश्चित की जा सके।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की स्टोरेज के लिये 35,000 केन्द्र स्थापित किये जाएंगे। मुख्यमंत्री जी ने इनकी समुचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। आज केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश में वैक्सीनेशन के लिये मास्टर ट्रेनर्स की ट्रेनिंग भी करावाई जा रही है। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी ने इस ट्रेनिंग का वर्चुअल अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 वैक्सीन की स्टोरेज के लिये पूरी गम्भीरता से कार्य कर रही है। लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिये राज्य सरकार संकल्पबद्ध है और इस दिशा में सभी प्रयास निरन्तर किये जा रहे हैं।