लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह नेनिर्देश दिये हैं कि कॉम्प्रेहेंसिव हॉस्पिटल रिवैम्पिंग परियोजना के कार्यों को तेज गति से किया जाय ताकि जनमानस को गुणवत्तापरक चिकित्सा सेवा जल्द से जल्द प्रदान की जा सके। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आगामी फरवरी माह में पुनरुद्धार (रिवैम्प) हो चुके 20 जिला चिकित्सालयों का लोकार्पण मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा किया जायेगा।
स्वास्थ्य मंत्री आज जनपथ स्थित विकास भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में कॉम्प्रेहेंसिव हॉस्पिटल रिवैम्पिंग परियोजना के कार्यों में और अधिक तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ‘कॉम्प्रेहेंसिव हॉस्पिटल रिवैम्पिंग परियोजना’ का मुख्य उद्देश्य चिकित्सालयों में प्रदान की जा रही सुविधाओं में गुणात्मक सुधार, मरीजों की संतुष्टि एवं सुरक्षा तथा मानकीकरण है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के अंतर्गत चिकित्सालयों के पुनरुद्धार के लिए अति आवश्यक संसाधनों, गुणवत्ता आश्वासन एवं पर्यावरण प्रबंधन को द्रष्टिगत रखते हुए कार्य को मूर्त रूप प्रदान करने हेतु कुल 109 व्यावहारिक बिन्दुओं पर ध्यान केन्द्रित किया गया है जिनमें मुख्यतः सिविल, उपार्जन, कार्यप्रणाली सुधार, रोगी एवं कर्मचारियों की सुरक्षा, रोगी की संतुष्टि एवं चिकित्सालय के परिवेश में अभ्युथान इत्यादि सम्मिलित हैं।
श्री सिंह ने कहा कि सरंचनात्मक सुधार हेतु यूपीएचएसएसपी द्वारा आधारभूत सरंचनाओं एवं कार्यप्रणाली में रिक्तता का आंकलन करवाते हुए सिविल एवं आवश्यक उपार्जन का कार्य संपादित करवाया जा रहा है। इसमें विभिन्न विभागों का सुदृढ़ीकरण, बाह्य आवरण का रंग-रोगन, शौचालयों का निर्माण, प्रतीक्षा स्थलों की मरम्मत, ओपीडी, वार्डों की मरम्मत आदि सम्मिलित है ताकि चिकित्सालयों में जन सामान्य को स्वच्छ, सुदृढ़ एवं एक अच्छा वातावरण प्रदान किया जा सके। इस परियोजना के अंतर्गत जिला चिकित्सालय स्तर पर दैनिक रूप से समन्वय स्थापित किया जाता है। इसके अतिरिक्त परियोजना स्तर से सघन रूप से चिकित्सालयों का भ्रमण किया जा रहा है ताकि वस्तु-स्थिति का सन्दर्भ लिया जा सके। अभिमुखीकरण एवं कार्य में प्रगति लाने के लिए राज्य स्तर पर कई कार्यशालाओं का आयोजन किया जा चुका है एवं मंडलीय स्तर पर भी परियोजना के सलाहकार सम्बंधित लोगो को प्रशिक्षण देते रहते हैं।