लखनऊ: उत्तर प्रदेश के खादी ग्रामोद्योग के बन्द पड़े कम्बल कारखानों को शुरू कराने के लिए प्रथम चरण में बोर्ड ने गोपीगंज के बन्द कारखाने को चालू कर कम्बल कनाने का काम आरम्भ कर दिया है। कुछ जरूरी आवश्यकताओं को पूरा करने पर कम्बल बनाने के कार्य में तेजी आ जाएगी।
पूर्व सरकार में खादी के लिए कार्य करने वाली संस्थाओं का बोर्ड पर करोड़ों रुपये का कर्ज हो गया था और बोर्ड के कम्बल बनाने वाले कारखाने एक-एक कर सभी बन्द हो गए थे। सपा सरकार के सत्ता में आने के बाद प्रदेश में खादी एवं ग्रामोंद्योग बोर्ड को बड़ी राहत मिली है। शासन ने पहले खादी संस्थाओं की खादी पर छूट के नाम पर मिलने वाली लम्बित धनराशि का भुगतान करने के लिए बोर्ड को दस करोड़ रुपये दिए। खादी संस्थाओं को खादी पर मिलने वाली छूट की धनराशि का तीन वर्ष का बकाया था।
शासन ने दूसरे चरण में करीब दो माह पूर्व काफी दिनों से बन्द पड़े कम्बल के कारखानों को शुरू करने के लिए खादी एवं ग्रामोद्योग बौर्ड को तीस लाख रुपये प्रदान किए हैं। बोर्ड ने शासन से मिले धन से कारखानों की मशीन की मरम्मत कराने के अतिरिक्त भवनों की मरम्मत और इस तरह से सभी कारखाने चालू कर दिए गये हैं।