लखनऊ: अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का राज्य स्तरीय मुख्य समारोह रानी लक्ष्मीबाई मेमोरियल सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, सेक्टर-14 इन्दिरानगर, लखनऊ के सभागार में मनाया गया। समारोह के मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा मंत्री, श्री अहमद हसन को उ0प्र0 भारत स्काउट गाइड द्वारा गार्ड आॅफ आॅनर दिया गया। इस अवसर पर प्रदर्शनी भी लगायी गई, जिसका अवलोकन मुख्य अतिथि द्वारा किया गया।
इस अवसर पर श्री अहमद हसन ने कहा कि प्रदेश में बेसिक शिक्षा में निरन्तर शिक्षिकों की कमी को दूर करने का प्रयास किया गया है। शिक्षकों के लगभग 2,63,000 पदों पर भर्ती की गई है। साक्षरता के क्षेत्र में सभी 50,000 गांवों में लोक शिक्षा केन्द्रों के माध्यम से प्रेरकों द्वारा निरक्षरों को साक्षर करने के कार्य को अत्यन्त तेजी के साथ संचालित करने तथा अपने लक्ष्य को प्राप्त कर प्रदेश को शिक्षा की क्षेत्र में अग्रणी बनाने का आवाह्न करते हुए श्री हसन ने कहा कि आज हमें इस कार्यक्रम में सम्मानित किये जा रहे जेल अधीक्षक, फिरोजाबाद से सीख लेते हुए अपने आस-पड़ोस में जो भी निरक्षर हों, उन्हें पढ़ाने का कार्य करना चाहिए, जिससे प्रदेश ही नही बल्कि राष्ट्र का भी उत्थान होगा।
श्री अहमद हसन ने कहा कि मुख्यमंत्री निरन्तर ऐसे प्रयास कर रहे हैं कि प्रदेश हर क्षेत्र में अग्रणी हो जाये। हमें भी इस में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने सरकारी स्कूलों के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने पर बधाई दी और कहा कि इसके और प्रयास किये जाने चाहिए तभी सरकारी स्कूलों को आज के युग में अग्रणी पंक्ति में खड़ा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज हम प्रेरकों का सम्मान कर रहे हैं। मैं चाहूॅगा कि विभाग द्वारा आगामी महीनों में ऐसे कार्यक्रम आयोजित किये जायंे, जिसमंे अधिक से अधिक प्रेरकों एवं नवसाक्षरों को प्रतिभाग कराया जाय।
इस अवसर पर सचिव, बेसिक शिक्षा श्री अजय कुमार सिंह ने साक्षरता के महत्व पर बल देते हुए कहा कि आज प्रदेश में वही जनपद पिछड़े हुए हंै, जहां साक्षरता दर कम है। अतः अधिक प्रयास ऐसे जनपदों में होने चाहिए। उन्होंने श्रावस्ती, बलरामपुर व महाराजगंज जैसे जनपदों का उल्लेख भी किया। सभी के साक्षर होने पर जनपद की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होती है, जहाँ साक्षरता प्रतिशत अच्छा है, उन जनपदों की आर्थिक स्थिति भी ठीक है। अतः हमें पिछड़े हुए जनपदांे में अधिक प्रयास करने होंगे, जिससे प्रदेश के साक्षरता प्रतिशत में और वृद्धि हो सके और अग्रणी प्रदेशों में हमारा स्थान हो।
समारोह में निदेशक, साक्षरता एवं वैकल्पिक शिक्षा श्री अवध नरेश शर्मा द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस तथा प्रदेश में साक्षरता के संचालित कार्यक्रमों के संबंध में प्रगति प्रस्तुत की, जिसमें बताया गया कि प्रदेश के 66 जनपदों में 182 लाख असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य निर्धारित है। कार्यक्रम से आच्छादित सभी जनपदों में कार्यक्रम की गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। कार्यक्रम के अन्तर्गत अभी तक राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित परीक्षा मंे 107ण्22 लाख प्रतिभागी सम्मिलित हुए हैं, जिनमें 81ण्83 लाख प्रतिभागी परीक्षा में सफल हुए हैं। 21 अगस्त, 2016 को आयोजित परीक्षा में लगभग 28ण्83 लाख लोगों ने भाग लिया है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि आगामी वर्षों में हम निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करंे और प्रदेश में सभी असाक्षरों को इस योजना के माध्यम से साक्षर बनाते हुए उन्हें परीक्षा में सम्मिलित कराया जाये, जिससे उन्हें प्रमाण पत्र प्राप्त हो सके और अपनी आगे की शिक्षा को जारी रख सकें। भविष्य में उन्हें विधिक साक्षरता, वित्तीय साक्षरता एवं चुनावी साक्षरता का भी ज्ञान दिये जाने हेतु प्रेरकों को प्रशिक्षण दिया गया है और कार्यवाही की जा रही है।
इस अवसर पर बेसिक शिक्षा सलाहकार, श्री प्रकाश राय उर्फ लल्लन राय ने भी साक्षर एवं शिक्षित होने हेतु बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि हमें अपनी चुनौतियों का और अधिक प्रयास कर सामना कर प्रदेश को साक्षरता एवं शिक्षा की क्षेत्र में अग्रणी बनाना होगा। योजना में महिलाओं का 90 प्रतिशत का लक्ष्य निर्धारित है। इसे पाने के प्रयास किये जायें।
समारोह में शशि भूषण बालिका विद्यालय लालकुआं लखनऊ, मिसहिल कान्वेन्ट, बालागंज, दुबग्गा, बालिका विद्यालय इण्टर कालेज मोतीनगर लखनऊ एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय माती सरोजनीनगर के छात्राओं द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य, गीत प्रस्तुत किया गया, जिसे समारोह में प्रतिभाग करने वाले सभी अतिथियों द्वारा सराहा गया और इसको तैयार कराने वाली शिक्षिकाओं को भी धन्यवाद दिया गया।
इस अवसर पर आदर्श सांसद ग्राम योजना में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रेरकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया एवं गत साक्षरता परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले नवसाक्षरों को प्रमाण पत्र भी वितरित किया गया। श्री अकरम खान, जेल अधीक्षक, फिरोजाबाद को उनके जेल में बन्दियों को साक्षर बनाने के लिए किये गये कार्यों हेतु सम्मानित भी किया गया।
निदेशक साक्षरता द्वारा सभी अतिथियों को समारोह में प्रतीक स्वरूप स्मृति चिन्ह भी भेंट किये गये। अन्त में शिक्षा निदेशक (बेसिक) द्वारा साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रदेश में साक्षरता की स्थिति का उल्लेख करते हुए समारोह में प्रतिभाग करने वाले सभी अतिथियों एवं सभी अध्यापकों एवं विशेष रूप से रानी लक्ष्मीबाई मेमोरियल की शिक्षा विभाग के कार्यक्रमों के आयोजन में दिये जाने वाले सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम में बेसिक शिक्षा सलाहकार, श्री प्रकाश राय उर्फ लल्लन राय एवं श्री अजय कुमार सिंह सचिव बेसिक शिक्षा, श्री डी0पी0 सिंह, विशेष सचिव, श्री डी0बी0 शर्मा, शिक्षा निदेशक(बेसिक), शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों एवं मण्डलीय अधिकारियों तथा श्री मधुसूदन दीक्षित सचिव, रानी लक्ष्मीबाई मेमोरियल द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस अवसर पर जेल अधीक्षक, श्री अकरम खान, फिरोजाबाद द्वारा भी कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।