नई दिल्ली: केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर और पोलैंड गणराज्य के उप प्रधानमंत्री प्रोफेसर पियोत्र ग्लिंस्की के बीच एक बैठक
15 फरवरी, 2016 को मुम्बई में आयोजित की गई। इस बैठक में दोनों ही पक्षों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। पोलैंड ने मुम्बई में जारी ‘मेक इन इंडिया’ सप्ताह कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उप प्रधानमंत्री की अगुवाई में 50 सदस्यों का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजा है। श्री तोमर द्वारा भारत के दौरे पर आये गणमान्य व्यक्तियों की अगवानी किये जाने के साथ इस बैठक की शुरुआत हुई।
पोलैंड के उप प्रधानमंत्री प्रोफेसर ग्लिंस्की ने खनन और खनिज अन्वेषण के क्षेत्र में आपसी सहयोग में गहरी दिलचस्पी दिखाई। उन्होंने कहा कि पोलैंड की कंपनियों जैसे कि केजीएचएम को तांबा और चांदी के अन्वेषण में विशेषज्ञता हासिल है, जिसे भारतीय कंपनियों के साथ साझा किया जा सकता है। प्रोफेसर ग्लिंस्की ने कोकिंग कोल के उत्पादन और कौशल विकास के क्षेत्र में भी ज्ञान का आदान-प्रदान करने की पेशकश की है। यह जानकारी दी गई कि पोलैंड कोकिंग कोल के उत्पादन में वैश्विक स्तर पर अग्रणी है। इसके साथ ही यह भी जानकारी दी गई कि पोलैंड पूरी दुनिया में कोकिंग कोल का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। उन्होंने भारत में 2.7 मिलियन टन की वार्षिक क्षमता वाले अत्याधुनिक कोकिंग कोल संयंत्र लगाने की योजना साझा की।
श्री तोमर ने देश में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाये गये कदमों की चर्चा की। उन्होंने भारत में खनन एवं अन्वेषण क्षेत्र के साथ-साथ इस क्षेत्र के हालिया घटनाक्रमों का अवलोकन पेश किया। मंत्री महोदय ने विभिन्न नीतिगत कदमों जैसे कि एमएमडीआर अधिनियम में संशोधन, राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण ट्रस्ट और प्रस्तावित राष्ट्रीय खनिज नीति के बारे में जानकारी दी, जो खनन एवं अन्वेषण क्षेत्र में भी विदेशी निजी कंपनियों की भागीदारी को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने पोलैंड के प्रतिनिधिमंडल से खनन एवं अन्वेषण के साथ-साथ भारत सरकार द्वारा शुरू किये गये ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्वच्छ भारत’ जैसे विशेष अभियानों में निवेश एवं सहयोग के अवसर तलाशने का अनुरोध किया। उन्होंने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों की वास्तविक क्षमता का दोहन करने में सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने दोनों देशों के बीच भूविज्ञान और खनिज संसाधनों के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने संबंधी पोलैंड पक्ष के प्रस्ताव की सराहना करते हुए कहा कि पोलैंड की ओर से इस एमओयू का मसौदा मिलने के तुरंत बाद ही भारतीय पक्ष इस पर गंभीरता से विचार करेगा। श्री तोमर ने इस तथ्य की सराहना की कि पोलैंड ने ‘मेक इन इंडिया’ का समर्थन करने के लिए ‘गो इंडिया’ पहल का शुभारम्भ किया है।
दोनों देशों ने स्वच्छ कोयला प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग करने पर भी सहमति जताई। दोनों पक्षों ने आगामी ‘कोलकाता खनन प्रदर्शनी’ के दौरान इस पर चर्चा को आगे बढ़ाने पर रजामंदी व्यक्त की, जिसमें पोलैंड शिरकत करने पर विचार कर रहा है।
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