नई दिल्ली: इस्पात और खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने आज आरआईएनएल का दौरा किया और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस्पात संयंत्र के कामकाज की समीक्षा की। श्री तोमर ने पिछले वर्ष हुदहुद तूफान के बाद रिकॉर्ड समय पर संयंत्र में एक बार फिर काम शुरू कराने के लिए आरआईएनएल के कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। संयंत्र के आधुनिकीकरण और विस्तार की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने समय और लागत में वृद्धि पर चिंता व्यक्त की और सलाह दी कि भविष्य में चूक, दूरदर्शिता के अभाव और अन्य कारणों से बचने के लिए गहराई से विश्लेषण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी इकाई के एक बार शुरू हो जाने के बाद समय और धन की बर्बादी अधिक नुकसानदायक हो सकती है यदि वह स्थिर नहीं है। श्री तोमर ने कहा कि लाभप्रदता में आधुनिकीकरण, विस्तार, लागत में कटौती और ऊर्जा संरक्षण की झलक मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की आगामी यात्रा हम सभी के लिए गौरव का क्षण होगा और हमें इसे स्मरणीय बनाना चाहिए।
आरआईएनएल के मुख्य प्रबंध निदेशक श्री पी. मधुसूदन ने आवश्यकता के समय श्री तोमर द्वारा दिए गए मार्गदर्शन और सहयोग के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
इससे पहले विशाखापतनम के सांसद डा. के. हरिबाबू और इस्पात मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्रीमती उर्विला खाती के साथ श्री तोमर ने संयंत्र परिसर में स्थित पार्क में एक पौधा लगाया। श्री तोमर ने इसके बाद कोक ओवन बैटरी, ब्लास्ट फर्नेस-3, इस्पात गलाने की शॉप-2 और वायर रॉड मिल-2 जैसी प्रमुख वस्तुओं का उत्पादन देखा।
इस्पात मंत्री को प्रधानमंत्री के आगामी आरआईएनएल दौरे के लिए किए गए प्रबंधों से अवगत कराया गया। प्रधानमंत्री 15 जुलाई को 6.3 एमपीटीए विस्तार राष्ट्र को समर्पित करेंगे।