लखनऊ: एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश, लखनऊ को भारत के विभिन्न राज्यों में ए0टी0एम0 कार्ड की क्लोनिंग एव्ंा उनका डाटा हैक करके हजारो लोगों को लाखों रूपये की क्षति पहुँचाने वाले गैंग के मास्टरमाइंड को लखनऊ से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण-
सुमित झिंगरन पुत्र संजय झिंगरन निवासी -5/15 सकरकंद गली त्रिपुरा, मीरघाट थाना दषाष्वमेघ जनपद-वाराणसी।
बरामदगी –
1. 03 अदद मोबाइल फोन ।
2. 01 अदद आईपैड।
एस0टी0एफ0, उ0प्र0 को काफी दिनों से ए0टी0एम0 कार्ड की क्लोनिंग करके पैसा निकलाने वाले गिरोहों के सक्रिय होकर कार्य किये जाने की सूचनाऐं प्राप्त हो रहीं थी। यह गैंग विगत कई महीनों से भारत के कई राज्यों में हजारों लोगों के एटीएम के क्लोन बनाकर एव्ंा इनका डाटा हैक करके लोगों का पैसा एटीएम से निकाल चुका है। यह गैंग दिल्ली, पष्चिम बंगाल, मुम्बई, हरियाणा, उत्तर प्रदेष सहित विभिन्न राज्यों में सक्रिय है, जिसपर एस0टी0एफ0 द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
स्टेट साइबर क्राइम, चण्डीगढ़, पंजाब के अस्सिटेंट इन्सपेक्टर जनरल आॅफ पुलिस द्वारा अवगत कराया गया है कि उनके यहाँ भी ए0टी0एफ0 क्लोनिंग बनाने वाले गैंग के विरूद्ध थाना एस0ए0एस0 नगर, मोहाली पंजाब मु0अ0सं0-04/2018 धारा 406,420,467,468,471, 120 बी भा0द0वि0 एव्ंा 66सी, 66डी आई0टी0 एक्ट पंजीकृत है, जिसपर इस गैंग से जुड़े कुछ सदस्य लखनऊ में मौजूद होने की सूचना से अवगत कराते हुए इन अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु एस0टी0एफ0 से अनुरोध किया गया।
उक्त अभिसूचना पर श्री अभिषेक सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0, लखनऊ द्वारा प्रो0 त्रिवेणी सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक को उपरोक्त गैंग के सक्रिय सदस्यों के विषय में पर्याप्त जानकारी व पंजाब पुलिस को सहयोग प्रदान करने हेतु अपनी टीम को अभिसूचना संकलन एव्ंा तकनीकी सहयोग प्रदान किये जाने के निर्देश दिये गये।
अभिसूचना संकलन एव्ंा अन्य स्त्रोतों के माध्यम से ज्ञात हुआ कि उक्त गैंग का मास्टरमांइड हजरतगंज थाना क्षेत्र स्थित अवध क्लार्क होटल में ठहरा हुआ है। उक्त सूचना को विकसित करते हुए अवध क्लार्क होटल के कर्मचारियों व अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की गयी तो ज्ञात हुआ कि सुमित झिंगरन होटल में ठहरा हुआ है, जिस पर होटल के स्टाफ द्वारा सुमित झिंगरन को होटल के बाहर बुलाकर पूछताछ की गयी। प्रारंभिक पूछताछ में उसने एटीएम कार्ड की क्लोनिंग व डाटा हैक करने की बात स्वीकार की।
विस्तृत पूछताछ हेतु उसे साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, लखनऊ लाया गया। पूछताछ में अभियुक्त सुमित झिंगरन ने बताया कि वर्ष 2013-2014 में येलो पेजेज काॅल सेन्टर ;न्ै च्तवबमेेद्ध में काम करता था, जहाँ पर उसकी दोस्ती काॅल सेंटर के विक्की नाम के व्यक्ति से हुई, जिससे अभियुक्त ने कार्ड क्लोनिंग के बारे में तकनीक को हासिल किया। कार्ड क्लोनिंग के लिए एक लैपटाप एवं ैज्ञप्डडम्त् ;त्मंकपदहध्ॅतपजपदह क्मअपबमद्ध की आवष्यकता होती है। यह ैज्ञप्डडम्त् उसने कोयम्बटूर से एक सप्लायर से कोरियर के माध्यम से प्राप्त किया था, जो आॅनलाइन थ्सपचांतजए मइंलए ।उं्रवद से मंगवाता था। उसके द्वारा विभिन्न राज्यों जैसे दिल्ली, पंजाब, मुम्बई, चंडीगढ़, हरियाणा, पष्चिम बंगाल सहित अनेक राज्यों में स्थित नामी गिरामी होटल, बार, रेस्टोरेन्ट मे कार्यरत वेटर व कर्मचारी से सम्पर्क कर उनको रीडर डिवाइस उपलब्ध कराता था। जब भी कोई ग्राहक उक्त सुविधा का उपभोग करने के लिए अपना ए0टी0एम0 कार्ड पेयमेन्ट करने के लिए देता था तो वह कार्ड का डाटा स्कीमर से कैप्चर कर लेता था और ए0टी0एम0 पिन को लिख लेता था। इसके उपरान्त डेबिट/क्रे्रडिट कार्ड के अन्तिम चार अंक व पासवर्ड नोट कर दो से ढाई हजार रूपये में प्रति कार्ड के हिसाब से प्राप्त कर लेते थे तदोपरान्त कलेक्ट किए गए डाटा को फर्जी नाम व पते पर लिए गए बिग बाजार कार्ड, शाॅपिंग सेंटरो के कार्ड एव्ंा ब्लैंक कार्डों पर डाटा को बर्न करएटीएम में जाकर धनराषि निकाल लेते थे एव्ंा उन्हीं कार्डों से शाॅपिंग भी कर लेते थे।
गिरफ्तार अभियुक्त को पंजाब पुलिस द्वारा मु0अ0सं0-04/2018 धारा 406,420,467,468,471,120बी भा0द0वि0 एव्ंा 66सी, 66डी आई0टी0 एक्ट में ट््रªांजिट रिमांड लेने हेतु सम्बन्धित कोर्ट में दाखिल कर अग्रिम विधिक कार्यवाही पंजाब पुलिस द्वारा की जा रही है।