लखनऊ: एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को बी0टी0सी0 प्रशिक्षण-2015 के चतुर्थ सेमेस्टर के प्रश्न-पत्र आऊट होने के सम्बन्ध में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-
1- आशीष अग्रवाल पुत्र स्व0 एस0के0 अग्रवाल नि0 307 महालक्ष्मी, अपार्टमेन्ट ममफोर्डगंज, थाना-कर्नलगंज, जनपद इलाहाबाद।
2- अरविन्द भार्गव पुत्र द्वारिकानाथ भार्गव नि0 11/4 बाई का बाग थाना-कीडगंज, जनपद-इलाहाबाद।
बी0टी0सी0 प्रशिक्षण-2015 के चतुर्थ सेमेस्टर की दिनांक 08-10-2018 से आहूत थी। परन्तु परीक्षा प्रारम्भ होने से पूर्व ही दिनांक 07-10-2018 को प्रथम प्रश्न-पत्र व्हाट्सएप पर वायरल हो गया। तदोपरान्त द्वितीय प्रश्न-पत्र से लेकर आठवें प्रश्न-पत्र तक के भी व्हाट्सएप पर वायरल होने की सूचना प्राप्त होने लगी। उक्त के संदर्भ में श्री अमिताभ यश, पुलिस महानिरीक्षक एस0टी0एफ0 उ0प्र0 एवं श्री अभिषेक सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 लखनऊ, द्वारा पुलिस उपाधीक्षक एस0टी0एफ0 श्री विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई, वाराणसी तथा एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई, इलाहाबाद को अभिसूचना सकंलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देष के संदर्भ में टीम द्वारा दिनांक 11-10-2018 को जनपद कौशाम्बी और जनपद इलाहाबाद जाकर पूछ-ताछ व अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी, तो ज्ञात हुआ कि उक्त परीक्षा के सभी प्रश्न-पत्र आऊट हो गये थे, जिसे विभिन्न लोगों द्वारा कई लोगों को व्हाट्सएप आदि के माध्यम से उपलब्ध कराया गया था।
अभिसूचना संकलन तथा पूछ-ताछ से प्रश्न-पत्रों को छापने एवं परीक्षा केन्द्रों तक पहॅुचाने के कार्य के लिये विगत कई वर्षों से दीप्ति इण्टरप्राइजेज, बलरामपुर हाऊस, इलाहाबाद को अधिकृत किया जाता रहा है। इसी क्रम में इस वर्ष भी सचिव, परीक्षा नियामक प्राधिकारी, इलाहाबाद द्वारा दीप्ति इण्टरप्राइजेज को अधिकृत करते हुये बी0टी0सी0 के चतुर्थ सेमेस्टर 2015 से संबंधित प्रश्न-पत्र भी छापने एवं परीक्षा केन्द्र पर पहॅुचाने के कार्य हेतु आदेश दिया गया था। दीप्ती इण्टरप्राइजेज की मूल प्रोपराइटर आषीष अग्रवाल की पत्नी दीप्ति हैं, परन्तु वास्तविक रूप से सभी कार्य इनके पति आशीष अग्रवाल द्वारा ही किया जाता है, जब दीप्ति इण्टरप्राइजेज के बारे में अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तो पाया गया कि दीप्ति इण्टरप्राइजेज द्वारा मात्र प्रश्न-पत्रों को छापने की निविदा प्राप्त कर ली जाती है, किन्तु इनके द्वारा प्रिन्टिंग का सारा कार्य भार्गव प्रेस से कराया गया था, जिसके मालिक अरविन्द भार्गव हैं, अरविन्द भार्गव द्वारा उक्त प्रिन्टिग का कार्य इलाहाबाद स्थित बाई का बाग और मोहित्सीन गंज में स्थित प्रेसों में कराया गया। उक्त दोनों स्थलों के धरातलीय निरीक्षण, संबंधित से पूछ-ताछ से पता चला कि इन प्रिन्टिग प्रेसों पर कोई भी सुरक्षा मानक उपयोग नही किये गये थे तथा जिन कम्प्यूटरों पर आॅफसेट ;बेव पेजद्ध तैयार किया गया वहां पर कोई भी व्यक्ति आसानी से पहुॅच सकता है। प्रेस के गेट पर कोई चेकिंग फ्रिस्किंग की कोई व्यवस्था नही थी। प्रेस में अन्दर काम करने वाले कर्मचारियों के पास एन्ड्राएड मोबाइल फोन मौजूद रहते थे, जिससे वे आसानी से किसी प्रश्न-पत्र की फोटो खींचकर रख सकते हैं। प्रिन्टिग कार्य में लगे कम्प्यूटरों में सी0पी0यू0 में यू0एस0बी0 पोर्ट मौजूद पाया गया, जिससे कोई भी कर्मचारी आसानी से पेन ड्राइव/मोबाइल फोन के माध्यम से प्रश्न-पत्रों की कापी कर सकता है। साथ ही कम्प्यूटरों पर इण्टरनेट कनेक्षन चलता हुआ पाया गया। इससे ई-मेल के माध्यम से भी प्रश्न-पत्रों को आसानी से आॅन लाइन कहीं भी भेजा जा सकता है। प्रश्न-पत्रों की प्रिन्टिंग के उपरान्त पूरे परीक्षा केन्द्रों पर प्रश्न-पत्रों को लिफाफे में पैक कर पहुॅचाने का कार्य भी दीप्ति इण्टरप्राइजेज द्वारा सम्पादित किया गया। इसमें भी पैकेजिंग की ही कार्यवाही की गयी थी और मानक के अनुसार सील्ड पैक की कार्यवाही नही थी, जिससे किसी भी स्थान पर किसी भी व्यक्ति द्वारा खोला जा सकता था और कोई भी व्यक्ति रास्ते में खोलकर फोटो लेकर पुनः पैकेट में रख सकता है।
उक्त के आधार पर आज दिनांक 13-10-2018 को निरीक्षक श्री के0सी0 राय एस0टी0एफ0, फील्ड इकाई, इलाहाबाद के नेतृत्व में गिरफ्तार अभियुक्तों आशीष अग्रवाल और अरविन्द भार्गव को जनपद कौशााम्बी पुलिस को सुपुर्द किया गया, जहाॅं पर स्थानीय पुलिस द्वारा अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।