लखनऊः प्रदेश के पर्यावरण, वन एवं जन्तु उद्यान मंत्री श्री दारा सिंह चौहान ने अन्तर्विभागीय समन्वय से एक दिन में 25 करोड़ पौध एवं जुलाई 2021 में 30 करोड़ पौध रोपित करने पर विभागीय अधिकारियों के प्रयासों की सराहना करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि बेहतर देख रेख व सुरक्षा उपायों के फलस्वरूप समस्त रोपित पौधे स्थापित हो कर वृक्ष का रूप धारण करने में सफल होंगे।
वन मंत्री द्वारा बुधवार को मौलश्री प्रेक्षागृह कुकरैल लखनऊ में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने विभागीय समीक्षा बैठक में वन भूमि पर अतिक्रमण, अवैध शिकार, अवैध कटान, निर्धारित राजस्व लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्ति, ईको पर्यटन एवं वृक्षारापेण वर्ष 2022-23 की तैयारियों की भी समीक्षा की। समीक्षा बैठक में मंत्री जी ने कहा कि वन अपराधों में लिप्त असामाजिक व अवांछित तत्वों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही एवं लक्ष्य केन्द्रित वृक्षारोपण के परिणाम से प्रदेश के वनावरण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने वर्ष 2022-23 हेतु पौधरोपण का निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने हेतु भूमि का चयन, स्थानीय समुदाय से विचार विमर्श कर रोपित की जाने वाली पौध प्रजातियों का निर्धारण एवं पौधशाला में उपयुक्त ऊॅचाई की उच्च गुणवत्ता युक्त पौध उगाने का निर्देश दिया। श्री चौहान ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश को हरा-भरा करने एवं वन सम्पदा को सुरक्षित रखने हेतु प्रतिबद्ध है तथा इस दिशा में शिथिलता बरतने वाले अधिकरियों व कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने वन क्षेत्र तथा निजी क्षेत्र में प्रतिबन्धित प्रजातियों के वृक्षों के अवैध कटान की समीक्षा उपरान्त निर्देश दिये गये कि जिन जनपदों में ज्यादा कटान हुआ है उसका संज्ञान लेकर वांछित विधिक कार्यवाही की जाय। सभी प्रभागीय वनाधिकारी प्रभावी प्रर्वतन कर अवैध कटान पर नियंत्रण रखें। वन क्षेत्रों को अतिक्रमण से मुक्त करने हेतु प्रभावी कार्ययोजना व टाइमलाइन नियत कर वांछित कार्यवाही करें।
प्रबन्ध निदेशक, उत्तर प्रदेश वन निगम श्री संजय सिंह के साथ सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग श्री आशीष तिवारी द्वारा फाइटोरिमिडियेशन पर, श्री के0पी0 दूबे, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, अनुसंधान एवं प्रशिक्षण, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, योजना एवं कृषि वानिकी श्री मुकेश कुमार एवं अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक,आई0टी0उ0प्र0, लखनऊ श्री विष्णु सिंह ने प्रस्तुतिकरण प्रस्तुत किया। वन्य जीव संरक्षण विषय पर अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, प्रोजेक्ट टाइगर श्री कमलेश कुमार द्वारा ईको पर्यटन के पर प्रस्तुतिकरण प्रस्तुत किया।
समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग श्री मनोज सिंह ने कहा कि शासन द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन कर कार्यों में गुणवत्ता व समयबद्धता सुनिश्चित की जाए। हेड ऑफ फॉरेस्ट फोर्स/प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री सुनील पाण्डेय ने कहा कि कोविड-19 प्रकोप के बावजूद विभागीय अधिकारियों द्वारा पूर्ण प्रतिबद्धता से वन व वन सम्पदा सुरक्षा हेतु कार्य सम्पादित किए गए है। वरिष्ठ वनाधिकारियों के साथ प्रदेश के समस्त वन संरक्षकों/प्रभागीय वनाधिकारियों द्वारा वर्चुअल मोड में समीक्षा बैठक में प्रतिभाग किया।