लखनऊ: उ0प्र0 के जल शक्ति, बाढ़ नियंत्रण मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह ने बाढ़ सुरक्षा को सुदृढ़ एवं सशक्त बनाने के लिए सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को बाढ़ पर नियंत्रण एवं निगरानी करने के लिए बाढ़ नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। उन्होंने नोडल अधिकारियों को 15 जून 2020 से पूर्व क्षेत्रों का भ्रमण कर कार्यों की प्रगति का जायजा लेने का निर्देश दिया है तथा बाढ़ के समय भी बाढ़ की स्थिति पर पूरी निगरानी रखेंगे। डा0 सिंह ने कहा कि मानकों के अनुरूप कार्य न करने एवं दिये गये निर्देशों का अनुपालन न करने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। उ0प्र0 में बाढ़ दैवीय आपदा के रूप आती है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल के विगत वर्षों में बाढ़ नियंत्रण पर विशेष ध्यान देते हुए बाढ़ परियोजनाएं बनाई गई। जिसके फलस्वरूप जन-धन की हानि में निरन्तर कमी आयी है। वर्तमान समय में अतिसंवेदनशील/संवेदनशील जनपदों एवं अन्य जनपदों में बाढ़ नियंत्रण की 224 अदद परियोजनाएं वर्तमान में संचालित है तथा अनुरक्षण के कार्य ससमय कराये जा रहे हैं। अतः सरकार ने बाढ़ जैसी दैवीय आपदा के फलस्वरूप होने वाली जन-धन की हानि को अति न्यून करने हेतु सर्वप्रथम बाढ़ के कार्यों हेतु पारदर्शिता एवं बाढ़ से पूर्व समयान्तर्गत बाढ़ बचाव की तैयारी सुनिश्चित किये जाने के उद्देश्य से शासन एवं विभाग के शीर्षस्थ अधिकारियों के द्वारा बाढ़ संबंधी कार्यों का मोके पर जाकर सत्यापन किये जाने के निर्देश जलशक्ति मंत्री द्वारा दिये गये हैं। ये अधिकारी स्वयं मौके पर जाकर बाढ़ की तैयारियों का जायजा लेंगे तथा कार्यों की गुणवव्ता सुनिश्चित करायेंगे। निरीक्षण करने वाले अधिकारियों में शासन स्तर के प्रमुख सचिव, सचिव, विशेष सचिव तथा विभागीय अधिकारियों में विभागाध्यक्ष सहित तीनों प्रमुख अभियन्ता भी सम्मिलित हैं।