नई दिल्ली: मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबीन इरानी ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि सरकार ने नई शिक्षा नीति बनाने के लिए परामर्श प्रक्रिया शुरू कर दी है,
ताकि बेहतर शिक्षा, नवाचार एवं अनुसंधान के संबंध में देश की जरूरतों को पूरा किया जा सके। इसके साथ ही कौशल और ज्ञान बढ़ाया जा सके तथा विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अकादमिक और उद्योगों में श्रम शक्ति के अभाव को दूर करने का प्रयास किया जा सके। ऑन लाइन परामर्श प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसका पोर्टल www.mygov.in है। इस पोर्टल पर 33 चिन्हित विषयवस्तुओं पर कई सुझाव प्राप्त हुए हैं, जिनमें से एक विषयवस्तु स्कूली शिक्षा पर है, जिसका शीर्षक ‘छात्रों में शिक्षण परिणामों में सुधार के लिए स्कूली शिक्षा में नवज्ञान, शिक्षण, गणित तथा प्रौद्योगिकी का विकास’ है। इसके अलावा उच्च शिक्षा की दो विषयवस्तुओं के केंद्र में ‘अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहन’ तथा ‘नवज्ञान’ हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय आविष्कार अभियान का उद्देश्य 6 से 18 वर्ष के बच्चों को विज्ञान, गणित और प्रौद्योगिकी के प्रति प्रोत्साहित करना है जिसके लिए प्रयोग, रेखांकन इमारती नमूनों इत्यादि के जरिए जागरूकता पैदा की जाएगी। बच्चों को कक्षाओं में और कक्षाओं के बाहर गतिविधियों तथा प्रक्रियाओं द्वारा शिक्षित किया जाएगा, ताकि बच्चों में लगन, सीखने की इच्छा और पढ़ाई के प्रति आकर्षण पैदा हो सके। उच्च शिक्षा संस्थानों को विज्ञान और गणित की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि वे उच्चतर और प्राथमिक विद्यालयों को हर संभव सहायता प्रदान कर सकें। चूंकि शिक्षा समवर्ती सूची में है इसलिए राज्य सरकारों से अपेक्षा की जाती है कि वे देश के प्राकृतिक संसाधनों और श्रम शक्ति का उचित उपयोग करने में अपनी भूमिका निभाएं।