लखनऊ: प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री ने छात्रों से कहा कि लक्ष्य बनाकर कार्य करें तो सफलता अवश्य मिलेगी। जो व्यक्ति जितना चलता है उसका मुकद्दर उतना ही चलता है। छात्रों को यहां कोचिंग सत्र के दौरान कोई असुविधा नहीं होने दी जायेगी, इसका पूरा ध्यान रखा जायेगा। छात्र पूरी निष्ठा, ईमानदारी से आई0ए0एस0/ पी0सी0एस0 परीक्षा की तैयारी करें। मेरी शुभकामना है कि सभी छात्रों को कामयाबी मिले और अपने माता-पिता व प्रदेश, देश का नाम रौशन करें। मण्डल स्तर पर आई0ए0एस0/ पी0सी0एस0 परीक्षा पूर्व तैयारी कोचिंग संचालित किये जाने का प्रयास किया जा रहा है।
यह विचार श्री रमापति शास्त्री आज यहां समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित छत्रपति शाहू जी महाराज शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान, भागीदारी भवन निकट ताज होटल, गोमती नगर, लखनऊ में आई0ए0एस0/पी0सी0एस0 प्रारम्भिक परीक्षा-2019 की तैयारी हेतु निःशुल्क कोचिंग सत्र का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलित करने के उपरान्त व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि इस कोचिंग सत्र में संस्थान में 250 छात्रों (अन्य पिछड़ा वर्ग-125, अनुसूचित जाति-113 तथा जनजाति-12) ने प्रवेश लिया है। उन्होंने कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान, लखनऊ की स्थापना वर्ष 1997 में अनुसूचित जाति, जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को निःशुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराने हेतु की गई थी। संस्थान में कुल 300 छात्रों की प्रवेश क्षमता है, जिसमें से 50 प्रतिशत स्थान अन्य पिछड़ा वर्ग के, 45 प्रतिशत स्थान अनुसूचित जाति के तथा 05 प्रतिशत स्थान अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए आरक्षित हैं।
श्री शास्त्री ने कहा कि संस्थान में अब तक कुल 93 कांचिंग सत्र संचालित किये जा चुके हैं, जिनमें 7025 छात्र प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं तथा उनमें से 176 छात्र विभन्न प्रशासनिक सेवाओं में चयनित हो चुके हैं। संस्थान में छात्रों के लिये निःशुल्क आवास, मेस, पुस्तकालय एवं मनोरंजन की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि संस्थान में अध्यापन कार्य हेतु विश्वविद्यालय/पी0जी0 कालेजों/निजी कोचिंग संस्थाओं से अतिथि प्रवक्ता आते हैं। जिनको मानदेय के रूप में दो घण्टे के एक व्याख्यान हेतु 1000 रुपये की दर से भुगतान किया जा रहा है।
इस अवसर पर छात्रों को प्रेरित करने हेतु अध्यक्ष उ0प्र0 अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग श्री बृज लाल ने आई0ए0एस0/पी0सी0एस0 की तैयारी कैसे की जाये, के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि आपस में विचार-विमर्श जरूर करें, समाचार पत्रों की सम्पादकीय अवश्य पढ़े, न्यूज चैनलों पर जो डिबेट होती है उसकों देखें तो जानकारी अच्छी होगी। श्री चन्द्र प्रकाश, समाज कल्याण आयुक्त ने छात्रों से कहा कि टीचर दिशा-निर्देश दे सकता है पढ़ना तो आपकों ही होगा। लक्ष्य निर्धारित करों और उसके हिसाब से तैयारी करों तो सफलता अवश्य मिलेगी। आई0ए0एस0/ पी0सी0एस0 बनने के लिए जज्बा होना चाहिए चूंकि आज के समय में कमपटीशन बहुत ही कठिन है, दृढ़ विश्वास से मेहनत करनी होगी सफलता तभी मिलेगी।
विशेष सचिव समाज कल्याण श्री धीरज कुमार ने कहा कि यह संस्थान आपके लिए सुविधा प्रदान करेगा परन्तु तैयारी तो स्वयं ही करनी होगी। सुविधा में किसी प्रकार कोई कभी नहीं होने दी जायेगी। मनुष्य का जीवन बहुत ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि संस्थान में आई0ए0एस0, पी0सी0एस0, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं, बैंकिंग सेवा रिक्रूमेण्ट बोर्ड, रेलवे चयन बोर्ड, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, भारतीय जीवन बीमा निगम व अन्य प्रतिष्ठित सार्वजनिक प्रतिष्ठानों में होने वाली परीक्षाओं के पूर्व कोचिंग दिये जाने की व्यवस्था हैं। कोचिंग की सामान्य अवधि पांच माह अथवा शासन द्वारा समय-समय पर जो निर्धारित की जाये, वह होगी।
श्री धीरज कुमार ने बताया कि संस्थान में प्रवेश हेतु अभ्यर्थियों के सम्बन्ध में जो शर्ते लागू की गयी है उनमें प्रशिक्षणार्थियों का अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग का होना अनिवार्य है और उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिये। प्रशिक्षणार्थियों को किसी सरकारी/गैर सरकारी सेवा में कार्यरत नहीं होना चाहिये एवं किसी संस्थान में अध्ययनरत नहीं होना चाहिये। अभ्यर्थियों के माता-पिता/अभिभावक की सभी स्रोतों से वार्षिक आय छः लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिये।