देहरादून: कोविड -19 के प्रकोप तथा उसके कारण उत्पन्न अनिश्चितता ने पूरे भारत में छात्रों, स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों को प्रभावित किया है। इस परिस्थिति के समाधान के तौर पर भारत में होने वाली प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले देष के प्रमुख संस्थान – आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) ने जेईई / नीट में ेशामिल होने वाले छात्रों के लिए लाइव आॅनलाइन क्रैश पाठ्यक्रम शुरू किया है।
ये आॅनलाइन क्लासेस जेईई / नीट जैसी विषेश परीक्षाओं में षामिल होने वाले छात्रों के लिए आकाश डिजिटल द्वारा आयोजित होंगे। नीट एवं जेईई के लिए पहला बैच 18 मार्च, 2020 से शुरू हुआ है, और 24 मार्च से और अधिक बैच शुरू होने वाले हैं।
कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण संस्थान के कुछ समय के लिए बंद होने से छात्रों की शिक्षण प्रक्रिया पर होने वाले असर की इससे भरपाई हो सकेगी। इससे यह भी सुनिष्चित हो सकेगा कि छात्र अपने घर में ही पूरी तरह सुरक्षित रहते हुए अध्ययन कर सकेंगे और उनके अध्ययन की प्रक्रिया में पूरी तरह से निरंतरता बनी रहेगी।
नीट और जेईई के लिए लाइव ऑनलाइन क्रैश पाठ्यक्रम आकाश लाइव प्लेटफॉर्म का उपयोग करके प्रसारित किए जाएंगे और जिसकी मदद से छात्र अपने घर में पूरी तरह से सुरक्षित एवं आराम के साथ रहते हुए लाइव ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से आकोश के बेहतरीन शिक्षक से शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। इन लाइव आॅनलाइन क्लासेस के दौरान अगर किसी छात्र को कोई संदेह है या सवाल है तो उसका तत्काल समाधान किया जाता है,
अगर कोई क्लास छूट जाए तो उस क्लास का भी लाभ ले सकते हैं तथा जितनी बार जरूरत हो उतनी बार देख सकते हैं। ई बुक्स के जरिए तुरंत ही आकाश के बेहतरीन स्टडी मेटेरियल भी उपलब्ध कराए जाते हैं।
जेईई और नीट में शामिल होने वाले सभी छात्रों की मदद करने की विषेश पहल के तहत आकाश आईट्यूटर पर प्री रेकार्डेड व्याख्यान भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। आकाश आईट्यूटर एप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इसके साथ ही स्कूल के छात्रों के लिए छठी से बारहवीं कक्षा तक के लिए मेरिटनेशन के निःशुल्क लाइव क्लासेस का भी लाभ उठाया जा सकता है। मेरिटनेषन अग्रणी एडटेक है और यह एईएसएल की सहायक कंपनी है। ।
एईएसएल के निदेशक और सीईओ श्री आकाश चैधरी ने कहा, “हम छात्रों के लिए आकाश लाइव ऑनलाइन क्रैश पाठ्यक्रम की घोषणा करके अत्यंत प्रसन्नता महसूस कर रहे हैं। इसकी मदद से छा़त्र अपने घर से ही अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। हमारे ये सत्र इंटरैक्टिव होंगे, जिससे छात्रों को संदेह को दूर करने, प्रश्न पूछने और अपने प्रश्नों के जवाब पाने तथा अपनी चिंताओं को दूर करने में मदद मिलेगी। हमें उम्मीद है कि छात्र और शिक्षक हमारी पहल का लाभ उठाएंगे। ”