कोरोना महामारी में एक तरफ जहाँ लोग कालाबाज़ारी व जमाखोरी में लगे हुए हैं वहीं दूसरी तरफ चंद दोस्तों ने मिलकर गरीब मरीज़ो के लिए 15 बेड का एक अस्थाई कोविड अस्पताल ही बना डाला ।इतना ही नहीं इस अस्पताल में मुफ्त दवाओं ऑक्सीजन के साथ ही साथ तीमारदारों व मरीज़ो को फ्री में खाना भी दिया जा रहा है। इस अनोखी पहल से इलाके के लोग बेहद खुश है ।बिजनौर के धामपुर शहर के कुछ दोस्तों ने आगे आकर क्षेत्र और जिले के कोविड मरीजो के लिये निशुल्क टेंपरेरी कोविड हॉस्पिटल खोल कर नजीर प्रस्तुत की है। इस हॉस्पिटल में दिल्ली ऐम्स में अपनी सेवाये देने वाले डा0 सोफिया अंजुम और सफदरजंग हॉस्पिटल में अपनी सेवा देने वाली डा0 साफिया सिराज काम कर रहे हैं।अस्पताल खोलने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले नाजिम अहमद ने बताया कि जब उन्होंने क्षेत्र में कोरोना का प्रकोप और कोविड मरीजो को इलाज न मिलने के हालातो को देखा तो उन्होने ये कदम आगे बढ़ाया और अपने कुछ दोस्तो के साथ मिलकर कोविड अस्पताल बना दिया।डा.सोफिया अंजुम जो इस अस्पताल में डा. का काम कर रही है ने बताया कि इस टेंपरेरी कोविड अस्पताल में बकायदा 24 घंटे अनुभवी चिकित्सक और मेडिकल टीम तैनात रहती है ।कोरोना के हल्के लक्षण वाले संक्रमितो का निशुल्क इलाज और खाने पीने की भी व्यवस्था भी है। अस्पताल का शुभारंभ होते ही, यहां कोविड मरीजो की भर्ती भी शुरू कर दी गई है।इन दोस्तो की माने तो कोरोना जैसी महामारी के समय सभी लोगो को एक दूसरे की मदद के लिये आगे आना चाहिये और जितना संभव हो लोगो की मदद करनी चाहिये।ये दोस्त इलाके में चिकित्सा विभाग की टीमों की तरह घर-घर जाकर गंभीर मरीजों को चिन्हित करते हैं. ऐसे मरीज जिनको अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन नहीं मिल रही है उन्हें अस्पताल के कोटे से ऑक्सीजन उपलब्ध करायी जा रही है. दोस्तो ने अपने मोबाइल नंबर फ्री सेवाओं के लिए सार्वजनिक कर दिये हैं. उसके बाद से लगातार दिन-रात उनके पास फोन आ रहे हैं।