केंद्र व उतर प्रदेश सरकार ने फिरोजाबाज जिले में मात्र 10 दिनों में आक्सीजन प्लांट लगाकर इतिहास रच दिया है।प्रदेश में लगवाए गए तीन आक्सीजन प्लांट में से एक फीरोजाबाद मेडिकल कालेज में लगवाया गया है।इस आक्सीजन प्लांट से 1000 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन का उत्पादन हो रहा है और अस्पतालों को यहां से आक्सीजन सप्लाई दी जाने लगी है।सरकार की इस उपलब्धि से शहर के अस्पतलों में खुशी की लहर है।इस प्लांट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना महामारी के काल में ऑक्सीजन संकट से निजात दिलाने के लिए इस ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट को फिरोजाबाद में बनवाया गया है।अब जनपद में ऑक्सीजन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध रहेगी। कोरोना से लड़ाई में सरकार की यह प्रतिबद्धता काबिले तारीफ हैं। कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की किल्लत से मरीजों के तीमारदारों को दिक्कत का सामना करना पडा था । जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। शुक्रवार को ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन होने के बाद ऑक्सीजन का सैंपल जांच के लिए गुरूग्राम की प्रयोगशाला में भेजा गया। ऑक्सीजन की जांच रिपोर्ट शनिवार को आ गई। रिपोर्ट में मेडिकल ऑक्सीजन के पूरे मानक पाए गए। इसके बाद मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई मरीजों को देना शुरू कर दिया। प्रभारी सीएमएस डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि ऑक्सीजन का सैंपल गुरूग्राम प्रयोगशाला में गया था। वो मेडिकल ऑक्सीजन के हिसाब से पास हो गया है। ऑक्सीजन शुरू हो गया है। ऑक्सीजन की कमीं नहीं आएगी। आक्सीजन प्लांट के अलावा शहर में डॉ अनिल जैन द्वारा किचन के माध्यम से कोविड-19 पीड़ितों के घर भोजन उपलब्ध कराया जा रहा हैं। ट्रांसपेरेंट ओवरसीज के स्वामी मुकेश बंसल एवं उनके सहयोगियों द्वारा ऑक्सीजन कंस्ट्रक्टर भी उपलब्ध कराए गए हैं। समाजसेवी भी संकट काल में पूर्ण सहयोग प्रदान कर रहे हैं।निगरानी समितियों के माध्यम से नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निरंतर जांचें की जा रही है । सीएचसी व पीएचसी पर अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों के इलाज का भी बेहतर प्रबंधन किया गया है,ताकि अस्पताल पर मरीजों के दबाव को कम किया जा सके । अति आवश्यक एवं गंभीर स्थिति में ही मरीजों को जिला चिकित्सालय आना पड़ रहा है।सरकार और शहरवासियों के जोश के आगे करोना अपने घुटने टेक रहा है।