लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार सरकार गन्ना किसानों की खेती की पैदावार बढ़ाने और उनकी आय में बढ़ोत्तरी करने के उद्देश्य से टिश्यू कल्चर तकनीक से गन्ना खेती के लिए किसानों को जागरूक करने पर विशेष ध्यान दे रही हैं। टिश्यू कल्चर तकनीक से नवीन गन्ना किसानों के तीव्र संवर्धन पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास श्री संजय आर0 भूसरेड्डी ने बताया कि टिश्यू कल्चर विधि से तैयार गन्ना पौध कवक, जीवाणु और विषाणु जनित बीमारियों से मुक्त अर्थात् रोगमुक्त होते हैं। उन्होंने बताया कि इस विधि से तैयार पौध में 10 से 15 तक कल्ले अंकुरित होते हैं जबकि परम्परागत विधि से गन्ना पौध में सामान्यतः 7 से 10 कल्ले ही निकलते हैं।
श्री भूसरेड्डी ने बताया कि टिश्यू कल्चर विधि से तैयार गन्ने में 0.5 से 0.8 प्रतिशत तक अधिक चीनी परता प्राप्त होती है और गन्ने की पैदावार भी अपेक्षाकृत अधिक होती है। साथ ही खेती की लागत में भी कमी आती है। उन्होंने बताया कि चीनी मिलों में स्थित टिश्यू कल्चर लैब में वर्ष 2021-21 में 4.63 लाख गन्ना पौध उत्पादित किये गये, जिसमें से 4.40 लाख गन्ना पौध किसानों को वितरित किये गये है।