डाक विभाग अब सिर्फ पत्रों व मनीऑर्डर से नहीं जुड़ा है, बल्कि एक ही छत के नीचे तमाम सेवाएं उपलब्ध कराकर डाकघरों को बहुउद्देश्यीय बनाया गया है। बचत, बीमा, आधार, पासपोर्ट, कॉमन सर्विस सेंटर, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, वाहनों का बीमा, डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट, गंगाजल की बिक्री जैसी तमाम सुविधाएं डाकघरों में उपलब्ध हैं। उक्त उद्गार वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने वाराणसी (पूर्वी) डाक मंडल द्वारा चौबेपुर में आयोजित सुकन्या डाक मेले में संबोधन के दौरान बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये। उन्होंने बालिकाओं के सुरक्षित भविष्य एवं नारी सशक्तिकरण के बहुमूल्य साधन के रूप में डाक विभाग की अग्रणी भूमिका को रेखांकित करते बताया कि उनके उज्जवल भविष्य के लिए अभी से उन्हें आर्थिक व सामाजिक रूप से सुदृढ़ करने की जरूरत है। इसमें ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के तहत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा आरंभ ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आज भी डाकघर की बचत योजनाएँ सर्वाधिक लोकप्रिय हैं और इनमें लोग पीढ़ी दर पीढ़ी सुरक्षित निवेश करते आ रहे हैं। वाराणसी परिक्षेत्र में अब तक 2.10 लाख बालिकाओं के सुकन्या समृद्धि खाते खोले जा चुके हैं, वहीं 357 गाँवों को सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम बनाया जा चुका है। जिसमें वाराणसी पूर्वी मंडल के 95 सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम शामिल हैं।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत 10 साल की उम्र तक की सभी बेटियों को चिन्हित करते हुए डाकघरों में उनके खाते खुलवाने एवं समस्त गाँवों को सम्पूर्ण सुकन्या ग्राम बनाने हेतु जोर दिया और वित्तीय समावेशन के तहत अधिकाधिक लोगों को डाकघर बचत, डाक जीवन बीमा योजना और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की योजनाओं से जोड़ने पर विशेष जोर दिया। सभी प्रकार के बचत खातों से आधार एवं मोबाइल संख्या लिंक करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि किसानों सहित अन्य तमाम लाभार्थियों के बैंक खातों में आने वाली डीबीटी राशि की निकासी के लिए अब किसी को भी बैंक या एटीएम जाने की जरूरत नहीं, बल्कि घर बैठे ही सभी अपने आधार लिंक्ड बैंक खाते से डाकिया के माध्यम से निकासी कर सकते हैं। वाहनों का बीमा भी अब इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक कर रहा है। सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने हेतु आधार जरूरी है, ऐसे में अब घर बैठे डाकिया के माध्यम से ही आधार से लिंक मोबाइल नम्बर भी अपडेट किया जा सकता है। श्री यादव ने बताया कि एक अन्य सुविधा के रूप में अब पेंशनरों को जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए कोषागार या बैंक जाने की जरूरत नहीं, बल्कि घर बैठे डाकिया के माध्यम से बायोमेट्रिक डिवाइस द्वारा डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनवा सकते है। आमजन को विभिन्न सेवाओं के लिए भटकना न पड़े और सारी सेवाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध हो सकें, इसके लिए अब डाकघरों में भी काॅमन सर्विस सेंटर की स्थापना की जा रही है। यहाँ एक साथ केंद्र व विभिन्न राज्य सरकारों की 73 सेवाएँ मिलेंगी।
वाराणसी पूर्वी मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर श्री राजन ने कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना से बेटियों को जोड़ने हेतु डाककर्मियों द्वारा घर-घर जाकर पहल की जा रही है। मात्र 250 रुपये में खोले जाने वाले इस खाते में एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम डेढ़ लाख रूपये जमा किये जा सकते हैं। बालिका के 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेने अथवा 10वीं कक्षा पास कर लेने के उपरांत जमा राशि का 50 प्रतिशत तक निकाला जा सकता है। खाते की परिपक्वता अवधि खाता खोलने की तारीख से 21 वर्ष है, तथापि बालिका द्वारा 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेने के बाद विवाह के समय बंद किया जा सकता है।
इस कार्यक्रम में प्रवर डाकघर अधीक्षक डाकघर राजन राव, अधीक्षक डाकघर वाराणसी पश्चिमी मण्डल संजय कुमार वर्मा, ग्राम प्रधान चौबेपुर राघवेंद्र जायसवाल, ग्राम प्रधान शाहपुर श्रवण कुमार, ग्राम प्रधान कादीपुर खुर्द संजय यादव, ग्राम प्रधान गौर रामजी, ग्राम प्रधान बर्थरा खुर्द सुनील यादव, सहायक अधीक्षक डाकघर पंकज कुमार श्रीवास्तव, सुरेश चंद, निरीक्षक डाकघर बलवीर सिंह, श्रीकान्त पाल, पोस्टमास्टर चौबेपुर अनूप पाण्डेय सहित तमाम स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी -कर्मचारी एवं सम्मानित जनता ने भागीदारी की।