देहरादून: स्वामी सानंद के अंतिम दर्शन के लिए उनकी पार्थिव देह हरिद्वार के मातृ सदन में रखने के आदेश पर रोक लगाने के निर्णय के खिलाफ दायर याचिका पर फैसला शुक्रवार को आएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई में कहा कि स्वामी सानंद का शव फिलहाल एम्स ऋषिकेश में रहेगा। सुप्रीम कोर्ट ने एम्स ऋषिकेश से इस मामले में एसएलपी दाखिल करने के लिए कहा है। सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को तय करेगा कि स्वामी सानंद का शव हरिद्वार के मातृ सदन को दिया जाए या नहीं।
याचिका डॉ. विजय वर्मा की ओर से दायर की गई है। डॉ. वर्मा की ही याचिका पर नैनीताल हाईकोर्ट ने 26 अक्तूबर को गंगा की रक्षा के लिए बलिदान दे चुके स्वामी सानंद के शव को आठ घंटे के लिए मातृ सदन में रखने का आदेश दिया था, लेकिन उसी दिन सुप्रीम कोर्ट ने उस आदेश पर रोक लगा दी थी।
सोमवार को डॉ. वर्मा ने चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष अपनी याचिका का उल्लेख करते हुए जल्द सुनवाई की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि यह मसला लोगों की संवेदना से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि वैसे भी 18 दिनों के बाद मृत शरीर के अंगों को दूसरे मानव शरीर में प्रत्यर्पण नहीं किया जा सकता।