लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आगामी कार्यक्रम के मद्देनजर तैयारियां शुरू कर दी जाएं। दूसरे प्रदेशों से उत्तर प्रदेश वापस लौटे श्रमिकों/कामगारों को रोजगार के सम्बन्ध में साइट चिन्हित कर लिए जाएं। इन्हें कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शित करने के उद्देश्य से सूचना विभाग एक फिल्म भी बना लें।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक के दौरान अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए सर्विलांस व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए। आशा/आंगनबाड़ी कार्यकत्री/युवा मंगलदल आदि के माध्यम से सर्विलांस की व्यवस्था सुदृढ़ की जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित एम्बुलेन्स सुविधा को और प्रभावी बनाने के भी निर्देश दिये। कोविड-19 के प्रत्येक मरीज को इलाज के लिए यथाशीघ्र अस्पताल पहंुचाया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के सभी प्रमुख कार्यांे यथा कोविड अस्पताल, नाॅन कोविड अस्पताल, लाॅजिस्टिक्स, कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना आदि की जिम्मेदारी विभाग के अलग-अलग अधिकारियों को सौंपी जाए। इन अधिकारियों से प्रतिदिन प्रगति रिपोर्ट प्राप्त की जाए। स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों, प्राइवेट अस्पतालों के साथ-साथ सभी विभागों तथा प्राइवेट संस्थानों में कोविड-19 से सुरक्षा व बचाव की जानकारी देने वाले होर्डिंग व पोस्टर लगाए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 से बचाव व उपचार के सम्बन्ध में ट्रेनिंग की व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोविड अस्पतालों के साथ-साथ हर एम्बुलेन्स में आॅक्सीजन की व्यवस्था हो। एल-1 अस्पतालों में भी 10 प्रतिशत बेड पर आॅक्सीजन उपलब्ध हो। अस्पतालों में अग्निशमन उपाए सुनिश्चित किये जाएं। उन्होंने कहा कि कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने के सम्बन्ध में निरंतर कार्य किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि टेस्टिंग के लिए निर्धारित 20,000 के लक्ष्य शीघ्र प्राप्त करते हुए इसे यथाशीघ्र 25,000 टेस्टिंग प्रतिदिन किया जाए। उन्होंने कहा कि ‘1090’ विमेन पावर लाइन, ‘108’ एम्बुलेन्स सेवा सहित हेल्पलाइन सुविधाओं के अन्तर्गत कोविड-19 से बचाव के लिए आवश्यक उपाए अपनाए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि फ्रण्टलाइन वाॅरियर्स को ग्लव्स और सेनिटाइजर आदि अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि लूट-अपहरण, महिला, एस0सी0/एस0टी सम्बन्धी अपराधों, गोकशी के मामलों में विशेष सावधानी बरती जाए। दुर्घटनाएं रोकने के लिए प्रवर्तन की कार्यवाही तेज की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड अस्पतालों में साफ-सफाई की व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही, मरीजों को समय से भोजन, पेयजल आदि उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना की कार्यवाही तेज की जाए।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।