लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कृषि तथा कृषि संबंधित क्षेत्रों पशुपालन, डेयरी, गन्ना, मत्स्य पालन, पोल्ट्री, खाद्य प्रसंस्करण इत्यादि क्षेत्रों में विदेशी निवेश की अपार संभावनाएं हैं, आवश्यकता है निवेशकों को उसके संबंध में सही जानकारी उपलब्ध कराने की। प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने यह बात आज सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में उत्तर प्रदेश में विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए अमेरिका के विभिन्न देशों में भ्रमण पर जा रहे प्रतिनिधि मंडल के उच्चाधिकारियों से रणनीति विषयक चर्चा में कही। इस बैठक के तुरंत बाद उन्होंने उर्वरक तथा उसकी आपूर्ति से संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की।
प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने आगामी 7 दिसंबर को मैक्सिको, सल्वाडोर तथा साओपालो जा रहे उच्च स्तरीय दल के कुछ अधिकारियों के साथ रणनीति विषयक बैठक में कहा कि हमें अपने प्रदेश में टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, वैल्यू एडिशन, पैकेजिंग, टेट्रा पैकिंग इथेनॉल जैसी संभावनाओं के लिए विदेशी निवेशकों को आकर्षित करना होगा। इसके लिए उनके समक्ष स्पष्ट और पारदर्शी रणनीति को प्रस्तुत करना आवश्यक है। ईज ऑफ डूइंग में उत्तर प्रदेश की उन्नत स्थिति का संदेश निवेशकों तक पहुंचाना होगा। इस दौरान कृषि आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने भ्रमण संबंधी कार्यक्रम का विस्तृत विवरण मंत्री जी के सम्मुख प्रस्तुत किया। इस बैठक में अपर मुख्य सचिव पशुपालन श्री रजनीश दुबे तथा गन्ना आयुक्त श्री संजय भूसरेड्डी भी उपस्थित थे।
श्री शाही ने उक्त बैठक के तुरंत बाद सहकारिता क्षेत्रों में उर्वरक की उपलब्धता एवम आपूर्ति के सन्दर्भ में समीक्षा बैठक की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेश के प्रत्येक किसान को समय पर खाद उपलब्ध कराने के लिए रेलवे के साथ समन्वय स्थापित करें। जिन बिक्री केंद्रों में अतिरिक्त खाद उपलब्ध है उसे निकटवर्ती किसानों को उपलब्ध कराने के लिए भी में विभागीय अधिकारी पारस्परिक संबंध में स्थापित करें। अभी रेलवे द्वारा प्रतिदिन लगभग 5 रैक उपलब्ध कराए जा रहे हैं जिन्हें प्रतिदिन 12 रैक तक किया जाना सुनिश्चित करें।
बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त श्री मनोज कुमार जी, गन्ना आयुक्त श्री संजय भूसरेड्डी जी, सचिव कृषि श्री अनुराग यादव जी, प्रबन्ध निदेशक पी.सी.एफ श्री मासूम अली सरवर जी, राज्य विपणन प्रबंधक इफको श्री अभिमन्यु राय जी एवम अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।