लखनऊ: उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि शिकायतें मिल रही हैं कि निगम में कार्यरत कतिपय नियमित व संविदा चालक/परिचालक अपने मोबाइल फोन में वाट्सएप ग्रुप बनाकर प्रवर्तन वाहनों का स्थल (Location) एवं दिशा प्रसारित कर रहे है। जिससे उक्त स्थल (Location) के आस-पास समस्त मार्गों पर डयूटीरत् अधिकतर चालकों/परिचालकों को सम्बन्धित प्रवर्तन दल की सूचना पहुँच जाती है। उन्होंने कहा कि चालक/ परिचालकों का यह
कृत्य निगम हितों के विपरीत है तथा बहुत ही संदिग्ध और गम्भीर प्रकृति का है, और प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति के विरुद्ध भी है।
परिवहन मंत्री ने परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रवर्तन वाहनों की लोकेशन एवं दिशा सूचित करने के उद्देश्य से संचालित संदिग्ध वाट्सएप ग्रुप की रोक-थाम हेतु बस निरीक्षण के दौरान चालक/परिचालकों का मोबाइल फोन का भी निरीक्षण किया जाय। साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि जांच के दौरान चालक/परिचालक द्वारा फोन अनलाक किया जाना अनिवार्य होगा। फोन में स्थल (Location) आउट करने सम्बन्धी कोई वाट्सएप ग्रुप या अन्य गतिविधि पाये जाने पर अधिकारी इसकी रिपोर्ट मुख्यालय के माध्यम से प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि चालक/परिचालक द्वारा अपना फोन दिखाने या अनलाक करने में सहयोग न करने पर भी उनके विरूद्ध कदाचार की रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी। साथ ही इस पूरे प्रक्रिया की विडियोग्राफी अनिवार्य रूप से की जायेगी।
परिवहन मंत्री ने कहा है कि रिपोर्ट में दोषी पाए जाने पर चालक/परिचालक के विरूद्ध निलम्बन/संविदा समाप्ति की नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा।