नेहरू युवा केंद्र (कर्नाटक) के राज्य निदेशक श्री एम.एन. नटराज ने आज “आजादी का अमृत महोत्सव के तहत स्वच्छ भारत कार्यक्रम” से संबंधित गतिविधियों के बारे में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय ने स्वतंत्रता के 75वीं वर्षगाँठ मनाने के लिए राज्य सरकारों के सहयोग से एक नया कार्यक्रम शुरू किया जिसे आजादी का अमृत महोत्सव कहा जाता है। यह भारत की आजादी 75वीं वर्षगाँठ मनाने के लिए एक वर्ष तक चलने वाला कार्यक्रम है।
उन्होंने कहा कि 1 अक्टूबर 2021 से 31 अक्टूबर 2021 तक स्वच्छ भारत कार्यक्रम पूरे देश में शुरू किया गया है। यह कार्यक्रम मुख्य रूप से एकल उपयोग वाले प्लास्टिक समेत विभिन्न कचरे को साफ करने और उन्हें इकट्ठा कर उनका निपटान करने के लिए देश के सभी 744 जिलों, एनवाईकेएस युवा क्लबों की मौजूदगी वाले 2.5 लाख गांवों में शुरू किया गया है। नेहरू युवा केंद्र संगठन, एनएसएस, पंचायती राज संस्थान, गैर सरकारी संगठन, सरकारी विभाग, युवा क्लब, महिला मंडल आसपास के वातावरण को साफ और कचरा मुक्त रखने की इस पहल में भाग ले रहे हैं।
कार्यक्रम की प्रमुख गतिविधियाँ संग्रह अभियान और घर-घर अभियान के माध्यम से कचरे का संग्रह और निपटान, ग्राम सौंदर्यीकरण, ऐतिहासिक स्मारकों और विरासत स्थलों, सामुदायिक केंद्रों, युवा क्लब/महिला मंडल, स्कूल और पंचायत भवनों आदि के लिए रखरखाव व सौंदर्यीकरण अभियान आदि। और पारंपरिक जल स्रोत: कार्य शिविरों के माध्यम से जल निकायों की सफाई और रखरखाव हैं।
उन्होंने कहा कि पूरे 744 जिलों को कवर करते हुए देश भर में 75 लाख किलोग्राम कचरे का संग्रह और निपटान मुख्य रूप से प्लास्टिक कचरे का है। प्रति जिले औसतन 10,080 किलो कचरा एकत्र किया जाएगा और तदनुसार प्रति गांव औसतन 30 किलोग्राम कचरा एकत्र किया जाएगा और उसका निपटान किया जाएगा।
पीआईबी बेंगलुरु की एडीजी श्रीमती नताशा एस डिसूजा और एनवाईके के क्षेत्रीय निदेशक श्री एस.पी. पटनायक और एनएसएस कर्नाटक के क्षेत्रीय निदेशक श्री के.वी. खादरी नरसिम्हैया संवाददाता सम्मेलन के दौरान मौजूद थे।